बंदरों का आतंक: रातभर प्रधान के कमरे में स्ट्रेचर पर लेटी रही घायल महिला, रात 11 बजे पहुंचे तहसीलदार 

Injured woman lying on a stretcher in the office of Municipal Council Head
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नगरपरिषद प्रधान के दफ्तर में स्ट्रेचर पर लेटी घायल महिला।
फतेहाबाद में बंदरों के हमले में जख्मी महिला ने नगर परिषद कार्यालय में रात गुजारी। नपा चेयरमैन के बंदरों को पकड़ने, उपचार का खर्च पार्षदों द्वारा उठाने से मामला शांत हुआ।

Fatehabad: बीते दिन बंदरों के हमले में गंभीर रूप से जख्मी महिला की दोनों टांगों में राड डाली गई है। देर शाम को हिसार के निजी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद महिला के परिजन उसे लेकर सीधा नगरपरिषद कार्यालय पहुंचे और रात भर कार्यालय में ही धरना देकर बैठ गए। सूचना पाकर देर रात करीब 11 बजे नायब तहसीलदार राजेश गर्ग मौके पर पहुंचे। शुक्रवार सुबह यह मामला उस समय तूल पकड़ गया, जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. विरेन्द्र सिवाच, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने मौके पर आकर स्थानीय विधायक व प्रशासन को आड़े हाथ लिया। लोगों के बढ़ते रोष के बाद नगरपरिषद प्रशासन ने आपात बैठक बुलाई, जिसमें प्रधान, उपप्रधान, पार्षदों व ठेकेदार ने पीड़िता को एक-एक महीने की सैलरी देने का आश्वासन दिया।

21 फरवरी को बंदरों ने महिला को किया था घायल

शिव चौक में किराए के मकान में प्रथम तल पर रहने वाली आशु पत्नी नीरज आहूजा नामक महिला पर 21 फरवरी को 5-6 बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया था। महिला छत पर कपड़े लेने गई थी। बंदरों को देखकर उसने छत से छलांग लगा दी, इससे उसकी दोनों टांगें टूट गई। महिला को निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से हिसार रेफर कर दिया। हिसार में महिला का ऑपरेशन कर दोनों टांगों में राड डाली गई है। महिला के उपचार पर करीब ढाई लाख का खर्च आया है। वीरवार दोपहर बाद महिला के परिजन उसे एम्बुलेंस में स्ट्रेचर पर डालकर नगर परिषद कार्यालय ले आए, जहां परिजनों ने जमकर रोष जताया। परिजनों ने नुकसान की भरपाई, इलाज का खर्चा और बंदरों को पकड़ने की मांग की। हालात बिगड़ते देख नगरपरिषद के करीब 20 पार्षदों ने बैठक कर फैसला लिया कि सभी पार्षद एक-एक महीने की सैलरी पीड़िता को देंगे, जो करीब ढाई लाख रुपए बनती है। इसके अलावा पीड़िता को मुख्यमंत्री राहत कोष से भी आर्थिक सहायता के लिए लिखा जाएगा। पीड़िता को सरकारी नौकरी के लिए भी मुख्यमंत्री से मांग की जाएगी।

प्रधान व उपप्रधान ने दिया आश्वासन

बंदरों के हमले से घायल महिला प्रधान के कार्यालय में लेटी हुई थी तो मौके पर प्रधान राजेन्द्र खिची, उपप्रधान सविता टुटेजा, पार्षद नरेश बजाज, रवि मेहता, मोहन लाल नारंग आदि वहां पहुंचे। सभी ने पीड़िता को आश्वासन दिया कि उनकी मांगे प्रशासन तक पहुंचाएंगे। पार्षद मोहन लाल नारंग व लैब एसोसिएशन हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष राजीव सेतिया ने हैरानी जताई कि इतना कुछ होने के बावजूद भी नगरपरिषद के अधिकारी कुंभकर्णी नींद में है और पीड़िता की कोई सुध तक नहीं ली।

नगरपरिषद को दे रखा है कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार का लाइसेंस : दौलतपुरिया

पीड़िता से मिलने पहुंचे पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने आरोप लगाया कि राजनैतिक इशारे पर नगरपरिषद में विकास कार्य नहीं करवाए जा रहे और न ही शहर से बंदर पकड़े जा रहे हैं। भरी भीड़ में उन्होंने आरोप लगाया कि नगरपरिषद को सरकार ने कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के लिए लाइसेंस दे रखा है। उन्होंने स्थानीय विधायक पर भी आरोप लगाया कि उनके संरक्षण के बिना यह संभव नहीं है। अगर दो दिन में पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो वे डीसी से मिलकर इस मुद्दे को रोकेंगे।

बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू

एक महिला के गंभीर रूप से घायल होने के बाद शुक्रवार से आखिरकार नगरपरिषद ने बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू करवा दिया। बंदरों को पकड़ने के लिए मथुरा से बुलाई गई विशेष टीम शुक्रवार को फतेहाबाद पहुंची और बंदरों को पकड़ने का काम शुरू कर दिया। अभियान के पहले दिन टीम द्वारा दर्जनभर बंदरों को पिंजरे में कैद किया गया। नगर परिषद के प्रधान राजेंद्र खिची ने बताया कि दो महीने के अंदर-अंदर सभी बंदरों को पकड़ लिया जाएगा। इसको लेकर नगरपरिषद द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। बंदरों के हमले से घायल महिला के इलाज का सारा खर्च पार्षद जेब से वहन करेंगे। महिला की आर्थिक मदद व सरकारी नौकरी के लिए मुख्यमंत्री को लिखने का प्रस्ताव पास किया गया है।

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