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गुरुग्राम सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दामाद विधायक चिरंजीव राव को कांग्रेस ने एआईसीसी का सचिव बनाकर राजस्थान लोकसभा चुनाव का सह प्रभार सौंपा है। साथ ही कैप्टन अजय की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया गया है।

नरेन्द्र वत्स, रेवाड़ी: पार्टी के शीर्ष नेताओं से नाराजगी जताते हुए गुरुग्राम सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दामाद विधायक चिरंजीव राव को कांग्रेस ने एआईसीसी का सचिव बनाकर राजस्थान लोकसभा चुनाव का सह प्रभार सौंपा है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर कैप्टन अजय सिंह यादव की राजनीति लोकसभा चुनावों के ऐन मौके पर अपना काम कर गई। पार्टी की ओर से उनके बेटे को बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद एक बार फिर गुरुग्राम सीट पर कैप्टन के ही चुनाव लड़ने के कयास लगाए जाने लगे हैं।

अहीरवाल के दिग्गज नेताओं में शुमार कैप्टन अजय यादव

कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय सिंह यादव अहीरवाल के दिग्गज नेता माने जाते हैं। इस क्षेत्र में वह कांग्रेस पार्टी के सबसे कद्दावर नेता हैं। वह रेवाड़ी हलके से लगातार 6 बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बना चुके हैं, लेकिन कांग्रेस की गुटबाजी के बीच उन्हें कई मौकों पर उपेक्षित रखा। कांग्रेस चुनाव समिति में स्थान नहीं दिए जाने के बाद से ही कैप्टन पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के प्रति खुलकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। पार्टी में टिकट के लिए आवेदन की परिपाटी शुरू करना भी उन्हें रास नहीं आया। इसके बाद कैप्टन ने इस बार गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।

कैप्टन अजय सिंह यादव की नाराजगी दूर करने का कांग्रेस कर रही प्रयास

कैप्टन अजय सिंह यादव को इस बात की आशंका थी कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए उनके स्थान पर महेंद्रगढ़ के विधायक राव दानसिंह को टिकट दिला सकते हैं। एक बार चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद कैप्टन ने गुपचुप तरीके से टिकट के लिए आवेदन करते हुए लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना लिया था। हाल ही में उन्होंने एक बार फिर चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया। कैप्टन के चुनाव मैदान से हटने के बाद कांग्रेस के लिए उनके मुकाबले दमदार प्रत्याशी की तलाश के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। कैप्टन की नाराजगी दूर करने के लिए पार्टी ने उनके बेटे को एआईसीसी के सचिव पद के रूप में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।

यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके चिरंजीव

चिरंजीव राव को वर्ष 2010 में हुए यूथ कांग्रेस के चुनावों में प्रदेश अध्यक्ष चुना गया था। उस समय तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चिरंजीव का खुलकर साथ दिया था। कैप्टन अजय सिंह यादव के साथ भी हुड्डा की पटरी ठीक बैठ रही थी। कांग्रेस के लिए समर्पित भाव से कार्य करने का इनाम देते हुए चिरंजीव को वर्ष 2016 में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अब उन्हें राजस्थान चुनाव में सह प्रभारी बनाकर कांग्रेस हाईकमान ने कैप्टन की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया है। इसके पीछे वरिष्ठ नेता लालू यादव का कांग्रेस में प्रभाव भी बड़ा कारण माना जा रहा है।

कैप्टन को टिकट भी थमा सकती है पार्टी

बेटे को एआईसीसी में महत्वपूर्ण पद देने के बाद कांग्रेस हाईकमान वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव को एक बार फिर गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव मैदान में उतार सकती है। कैप्टन इस सीट पर सबसे मजबूत प्रत्याशी साबित हो सकते हैं, जो भाजपा को प्रभावी ढंग से चुनौती दे सकते हैं। गत लोकसभा चुनावों में वह लगभग 5 लाख वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे, जबकि वर्ष 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी राव धर्मपाल डेढ़ लाख मतों का आंकड़ा भी नहीं छू पाए थे। अगर कैप्टन को गुरुग्राम से टिकट दी जाती है, तो कांग्रेस में उनके विरोधी खेमे के लिए यह बड़ा झटका भी हो सकता है।

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