दिल्ली पुलिस के कर्मचारी ने सगे भाई से ठगे 62 लाख, USA में नौकरी के नाम पर भतीजों को भिजवाया उज्बेकिस्तान

Haryana Cheating Case
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दिल्ली पुलिस के कर्मचारी ने अपने भाई को ठगा।
दिल्ली पुलिस के एक कर्मचारी ने अपने सगे भाइयों के साथ ही 62 लाख रुपये की ठगी की है। पुलिसकर्मी ने अपने भाइयों के बेटों को अमेरिका में नौकरी दिलाने के नाम पर उज्बेकिस्तान भिजवा दिया।

Haryana News: दिल्ली पुलिस के एक कर्मचारी ने अपने सगे भाइयों के साथ ही 62 लाख रुपये की ठगी की है। पुलिसकर्मी ने अपने भाइयों के बेटों को अमेरिका में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की। जानकारी के अनुसार, पुलिसकर्मी ने दोनों भाइयों को अमेरिका में नौकरी के नाम पर गैरकानूनी तरीके से उज्बेकिस्तान भिजवा दिया। उज्बेकिस्तान में दोनों भाइयों के पासपोर्ट छीन लिए गए। किसी तरह दोनों भाइयों ने परिजनों से संपर्क किया और परिवार ने पैसे का प्रबंध करके दूसरे व्यक्ति के माध्यम से दोनों को वापस बुलाया।

विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी

इस संबंध में पुलिसकर्मी के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। भाई आनंद की शिकायत पर सदर थाना गोहाना में मामला दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता गोहाना क्षेत्र के गांव खानपुर कलां का रहने वाला है। आनंद ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि उनके बेटे रिंकू व सुमित 12वीं पास हैं, विदेश में नौकरी करना चाहते थे।

दिल्ली पुलिस में नौकरी करता है भाई

शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उनका भाई कृष्ण दिल्ली पुलिस में नौकरी करता है। उन्होंने अपने भाई से कहा कि यहां नौकरी के कोई अवसर नहीं हैं और उन्हें अपने दोनों भतीजों को विदेश भेजने की व्यवस्था करनी चाहिए। इसके बाद भाई कृष्ण ने बताया कि अदियाना गांव का मंजीत दिल्ली पुलिस में नौकरी करता है। वह युवाओं को विदेश भिजवाता है। इसके बाद मंजीत से बातचीत हुई और मंजीत ने उन्हें अपने घर पानीपत में ज्योति कॉलोनी बुलाया। जहां उन्हें बताया कि दोनों बेटों को अमेरिका भिजवाकर नौकरी दिलवा देंगे। जिसके लिए 62 लाख रुपये में सौदा तय हो गया।

अमेरिका की जगह उज्बेकिस्तान में छोड़ा

इसके अलावा मंजीत ने उन्हें बताया कि जब तक दोनों को काम नहीं मिलेगा, तब तक दोनों का अपने भाइयों के पास रहने का इंतजाम किया जाएगा। इसके बाद पीड़ित ने अपनी जमीन ने बेचकर उसे 62 लाख रुपये दे दिए। उसके बाद वह दोनों भाइयों को छह महीने तक घूमाता रहा और अंत में उज्बेकिस्तान में छोड़ दिया। जहां उनके पासपोर्ट छीन लिए गए। इसके बाद परिवार ने किसी दूसरे व्यक्ति के माध्यम से दोनों को नवंबर 2023 में वापस बुलाया। अब उनका आरोप है कि मंजीत पैसे नहीं वापस कर रहा है और तर्क दे रहा है कि वह जिस माध्यम से युवाओं को विदेश भिजवाता था, उसने हेराफेरी कर दी।

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