CM Flying Raid: अवैध अस्पताल व क्लीनिक का भंडाफोड़, 2 झोलाछाप डॉक्टर किए काबू 

Symbolic picture
X
प्रतीकात्मक तस्वीर।
गुरुग्राम में सीएम फ्लाइंग की टीम ने 2 झोलाछाप डॉक्टरों को काबू किया। इनमें से एक अस्पताल ताे दूसरा क्लीनिक चला रहा था। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

Gurugram: शहर में मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले दो झोलाछाप डॉक्टरों को सीएम फ्लाइंग की टीम ने काबू किया। यह दोनों डॉक्टर चक्करपुर में अस्पताल व क्लीनिक बनाकर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे थे। सूचना के आधार पर टीम ने कार्रवाई करते हुए न केवल इनके अस्पताल व क्लीनिक सील किए, बल्कि इनके कब्जे से दवाएं भी बरामद की। फिलहाल दोनों को स्थानीय थाना पुलिस के हवाले करते हुए इनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है।

एसडी अस्पताल व मुख्तार हेल्थ सेंटर पर हुई कार्रवाई

सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि चक्करपुर में एसडी अस्पताल अंबेडकर कॉलोनी व मुख्तार हेल्थ सेंटर चक्करपुर में अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं। इनमें मौजूद डॉक्टरों के पास कोई डिग्री नहीं है। टीम ने मौके पर रेड की तो एसडी अस्पताल में बुलंदशहर उत्तर प्रदेश के रहने वाले मनोज कुमार को काबू किया। पूछताछ के दौरान उसके पास कोई डिग्री नहीं मिली। अस्पताल में कई एलोपैथी व अंग्रेजी दवाएं मिली, जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सीएम फ्लाइंग की मदद से स्थानीय थाना पुलिस को शिकायत दी। वहीं, टीम ने मुख्तार हेल्थ सेंटर पर भी कार्रवाई करते हुए यहां से बिहार के रहने वाले मासूम और डॉक्टर मोहम्मद हासिम को काबू किया। इनके कब्जे से टीम ने काफी मात्रा में दवाएं बरामद की।

कलयुगी मां ने 4 महीने के भ्रूण को किया कुत्तों के हवाले

आईएमटी मानेसर एरिया में कलयुगी मां ने अपने चार माह के भ्रूण को कुत्तों के हवाले कर दिया। ग्रामीणों ने जब भ्रूण को कुत्तों द्वारा नोचते देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। एएसआई राजेश कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही वह कासन में हनुमान मंदिर के पास पहुंचे, जहां चार महीने के भ्रूण को कुत्ते नोंच रहे थे। उन्होंने भ्रूण को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जांच में सामने आया कि किसी महिला ने पहचान छिपाने के लिए इस भ्रूण को फेंक दिया है। आसपास के अस्पतालों से गर्भवतियों की जानकारी लेकर जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी की पहचान कर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story