सफीदों में मजदूर ने लगाई फांसी: सुसाइड नोट में लिखा, खुद की जिंदगी से हुई नफरत

सफीदों/जींद: नगर के खानसर चौक स्थित एक धर्मकांटे के कमरे में एक प्रवासी मजदूर ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक की पहचान रामकिशन निवासी गांव खेरी कलां उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। मृतक रामकिशन धर्मकांटे पर ही काम करता था। मृतक ने मरने से पहले एक पेज का सुसाईड नोट भी छोड़ा। मामले की सूचना सुबह सिटी थाना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम को बुलाया। उसके बाद शव को उतरवाकर नागरिक अस्पताल पहुंचाया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
धर्मकांटे पर करता था काम
जानकारी अनुसार गांव खेरी कलां उत्तर प्रदेश निवासी रामकिशन धर्मकांटे पर काम करता था। उसने धर्मकांटे के कमरे के अंदर रस्सी से फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। सुबह धर्मकांटे पर कोई आया और उसने देखा कि एक युवक फांसी पर लटका हुआ है। उसने इसकी जानकारी आसपास के लोगों व पुलिस को दी। कुछ ही देर में वहां पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम को बुलाया। टीम ने पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए। उसके बाद पुलिस ने शव को उतरवा कर नगर के नागरिक अस्पताल में रखवाया। इस मामले में सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह ने बताया कि सूचना के आधार पर वे मौके पर पहुंचे थे और यहां पर एक युवक का शव लटका हुआ पाया। पुलिस उचित कार्रवाई कर रही है।
सुसाइड नोट में क्या लिखा
मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा कि पापा हम मजबूर हो गए थे। मजबूरियों के आगे हमें कोई अच्छे से समझाने और समझने वाला नहीं, सिर्फ आपके अलावा। हम अपना पुत्र होने का फर्ज नहीं निभा पाए, हमें माफ करना। हमारे ना होने का कोई अब अफसोस नहीं करना। हमें अपनी जिंदगी से नफरत हो गई। आप सब अच्छे से रहना प्लीज, मिलजुलकर प्लीज हमें माफ करना, हमने आपका भरोसा तोड़ा है।
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