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North West Delhi Lok Sabha Seat: दिल्ली की सबसे बड़ी उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट है। इस सीट पर बीजेपी ने दो बार कब्जा किया है। वहीं, इस सीट पर दलित वोटर्स का दबदबा रहा है। जानें उत्तर-पश्चिमी लोकसभा सीट का पूरा गणित...

North West Delhi Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। देशभर की तमाम राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करना भी शुरू कर दिया है। ऐसे में बात करें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तो दिल्ली में कुल 7 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें दिल्ली की सबसे बड़ी उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट है। यह निर्वाचन क्षेत्र 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के परिपालन से साल 2008 में अस्तित्व में आई थी। इस लोकसभा सीट पर पहली बार 2009 में ही वोटिंग हुई थी। इस लोकसभा सीट में बाहरी दिल्ली का भी बहुत हिस्सा शामिल है। उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा में कुल 10 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जिसमें किराड़ी, बादली, सुल्तानपुर माजरा, मंगोलपुरी, नांगलोई, नरेला, बवाना, रिठाला, रोहिणी और मुंडका है।

पहली बार 2009 में किसने मारी बाजी

उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर पहली बार 2009 में ही वोटिंग हुई थी। इस सीट पर पहली बार कांग्रेस ने बाजी मारी है। यहां से कांग्रेस ने कृष्णा तीरथ को मैदान में उतारा था और बीजेपी ने मीरा कांवरिया को अपना उम्मीदवार बनाया था। कांग्रेस के कृष्णा तीरथ को 4,87,404 वोट मिले थे। वहीं, बीजेपी की मीरा कांवरिया को 3,02,971 वोटों से संतुष्ट रहना पड़ा।

2014 में दिखा त्रिकोणीय मुकाबला

2014 में इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था। इस चुनाव से आम आदमी पार्टी ने भी अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर पश्चिमी दिल्ली की लोकसभा सीट से बीजेपी के उदित राज को 6,29,860 वोट मिले और जीत हासिल हुई। वहीं, आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राखी बिड़लान को 5,23,058 वोट और कांग्रेस की प्रत्याशी कृष्णा तीरथ को महज 1,57,468 वोट ही मिले।

2019 में किसको मिली जीत

राजधानी दिल्ली में 2014 की तरह ही 2019 में भी सभी 7 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया। 2019 में इस सीट पर बीजेपी ने मशहूर सूफी गायक हंसराज हंस को चुनाव मैदान में उतारा था। हंस राज हंस को 8,48,663 वोट मिले और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुग्गन सिंह 2,94,766 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे। वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार राजेश लिलोठिया को 2,36,882 वोट ही मिले।

उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण

उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर दलित वोटर्स का दबदबा रहा है। इस सीट पर बाहरी दिल्ली का हिस्सा भी जुड़ता है तो जाट आबादी भी चुनावी परिणामों पर खासा असर डालती है। इस सीट पर करीब 21 प्रतिशत दलित, 16 प्रतिशत जाट, 12 प्रतिशत ब्राह्मण, 10 प्रतिशत बनिया, 20 प्रतिशत ओबीसी और 10 प्रतिशत मुस्लिम वोटर्स हैं।

कुल कितने मतदाता

उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर साक्षरता दर 84 फीसदी से ज्यादा है। यहां 12,12,516 पुरुष और 9,81,633 महिला वोटर्स हैं। 194 वोटर्स अन्य अथवा थर्ड जेंडर हैं।

बता दें कि इस बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है। दिल्ली में आप ने 4 सीट और 3 सीट पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। वहीं, बीजेपी ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से योगेंद्र चंदोलिया को मैदान में उतारा है। वहीं, अभी कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

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