Delhi Police Encounter: द्वारका में बांग्लादेशी डकैत मिराज एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार, 3 करोड़ की डकैती में था शामिल

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दिल्ली पुलिस ने 2 लाख के इनामी बदमाश का एनकाउंटर किया।
Delhi Police Encounter: दिल्ली पुलिस ने एक बांग्लादेशी डकैत को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपी कम से कम 5 डकैती केस में शामिल था। मिराज पर 2 लाख रुपये का इनाम था।

Delhi Police Encounter: दिल्ली पुलिस ने द्वारका के धुलसिरास गांव से एक बांग्लादेशी डकैत को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपी कम से कम 5 डकैती केस में शामिल था। बदमाश मिराज पर 2 लाख रुपये का इनाम था। बता दें कि जो आरोपी पकड़ा गया है, वह पिछले साल हुई 3 करोड़ की डकैती का मास्टरमाइंड था।

पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़

पुलिस ने यहां पर इन बदमाशों को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया था। जब बदमाशों ने पुलिस को देखा तो उन्होंने गोलियां चलाना शुरू कर दिया। इसके जवाब में पुलिस ने भी आरोपियों पर फायरिंग की। पुलिस की फायरिंग में एक बांग्लादेशी बदमाश मेहराज उर्फ मेराज के पैर में गोली लग गई। उसके साथ एक और बदमाश शाहिद को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों तरफ से तीन-तीन गोलियां चलाई गई थी।

मेहराज पर पांच अपराधिक मामले दर्ज

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मेहराज द्वारा चलाई गोली एक पुलिस इंस्पेक्टर अक्षय को लगी। हालांकि इंस्पेक्टर अक्षय को कोई नुकसान नहीं हुआ क्योंकि उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकट पहन रखी थी। वहीं, कॉन्स्टेबल को गोली छूते हुए निकली गई। आगे कहा कि मेहराज को पुलिस की गाड़ी में अस्पताल भेजा गया था, जहां पर फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। मेहराज एक बांग्लादेशी निवासी है और पांच अरपाधों में शामिल है। वह डकैती और अवैध हथियार रखने के कई अपराध कर चुका है।

मेहराज ने अशोक विहार में की थी 3 करोड़ रुपये की लूट

बता दें कि मेहराज ने पिछले साल दिल्ली के अशोक विहार में एक कारोबारी परिवार को निशाना बनाकर डकैती डाली थी। उसने एक परिवार से बंदूक की नोक पर 3 करोड़ रुपये की लूट की थी। उसने परिवार के साथ मारपीट की थी और उन सभी को एक कमरे में बंद कर दिया था। उसने इस परिवार से 1.38 करोड़ रुपये नकद और 1.50 करोड़ रुपये के गहने लूट लिए थे। इसके बाद मौके से फरार हो गया था। अशोक नगर थाने की पुलिस ने आरोपी के खिलाफा कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो एक महीने बाद चार संदिग्धों को दबोचा था।

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