लखमा की गिरफ्तारी पर सियासी तूफान : बघेल पहुंचे दिल्ली, बोले- बीजेपी का भ्रष्टाचार किया उजागर, इसलिए हुई कार्रवाई

Former CM Bhupesh Baghel is holding a press conference in Delhi
X
पूर्व सीएम भूपेश बघेल दिल्ली में ले रहे हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस
शराब घोटाला केस में ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, कवासी लखमा ने बीजेपी के भ्रष्टाचार को उजागर किया था। इसलिए यह कार्रवाई की गई।

रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार की सुबह वे ED दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे थे। कोर्ट ने उन्हें 7 दिन के लिए ED की रिमांड में भेज दिया है। उनकी गिरफ्तारी को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल दिल्ली पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।

कवासी लखमा को लेकर बोले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, वर्ष 2021-22 की घटनाएं 3 साल हो गए हैं। लेकिन उनकी गिरफ्तारी 3 साल बाद हुई है। विधानसभा में कवासी लखमा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के प्रश्न पूछे थे। उसके उत्तर में मंत्री ने स्वीकार किया कि, आचार संहिता के समय पुल निर्माण शुरू हो गया था। कवासी लखमा ने भ्रष्टाचार को उजागर किया। क्योंकि, बिना टेंडर के बिना स्वीकृति के आचार संहिता के समय वह पुल बन रहा था। इस मामले को कवासी लखमा ने प्रमुखता से उठाया था। ED की छापेमारी में कवासी लखमा के यहां एक रुपया भी नहीं मिला, कोई कागज नहीं मिला। कवासी लखमा को इसलिए गिरफ्तार किया गया। क्योंकि, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर किया।

इसे भी पढ़ें... शराब घोटाले पर छत्तीसगढ़ में बड़ा एक्शन : ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को किया गिरफ्तार, कोर्ट ने दी 7 दिन की रिमांड

RSS प्रमुख संविधान को नहीं मानते

RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के बयान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, उनका वाक्य स्पष्ट करता है कि, वह संविधान को नहीं मानते हैं। मोहन भागवत और उनके संगठन के लोग संविधान के बारे में ऐसे बयान लगातार देते रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि, वह संविधान को नहीं मानते हैं और संविधान को बदलना चाहते हैं। आरएसएस का इतिहास जानते ही हैं जब भारतीय आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे तो यह लोग अंग्रेजों के साथ लग रहे थे। तिरंगे को अंगीकृत करने में उन्हें 52 साल लगे। केंद्र सरकार आरएसएस की सरकार है। क्योंकि, संवैधानिक एजेंसी ऊपर कब्जा किया जा रहा है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story