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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस नेता नवाज खान को डोंगरगढ़ पुलिस ने नोटिस जारी कर हाजिर होने को कहा था। इसके बाद नवाज कहीं अज्ञातवास पर थे। बुधवार को वे मीउिया के सामने आए।

राजा शर्मा- डोंगरगढ़। धान घोटाले और एक आत्महत्या के मामले में राजनांदगांव जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी नवाज खान को पुलिस ने नोटिस जारी कर बलाया है। लेकिन वे पुलिस से बचते फिर रहे हैं। बुधवार को नवाज खान ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि, भाजपा ने मेरे खिलाफ साजिश रची है। 

उल्लेखनीय है कि, ग्राम छिपा स्थित धान खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक गोवर्धन वर्मा की आत्महत्या मामले में डोंगरगढ़ पुलिस ने नवाज खान को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद से ही नवाज खान डोंगरगढ़ पुलिस से बचते रहे। लेकिन बुधवार को नवाज खान ने इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि, यह षड्यंत्र रचाा गया था कि, 26 तारीख को हुए चुनाव में उन्हें अपनी पार्टी का काम करने से रोका जाए। 

भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप

भारतीय जनता पार्टी ने इसके लिए प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग किया। भाजप चाहती थी कि, मैं अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार ना कर सकूं। नवाज खान ने कहा कि, मेरा मानना है कि इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन दोषी नहीं है। सत्ताधारी दल के नेताओं के इशारे पर पूछताछ के लिए मुझे नोटिस भेजा गया था। भारतीय जनता पार्टी ने पूछताछ नोटिस की आड़ में चुनाव प्रचार को प्रभावित करने का काम किया है। 

जिस केस में मेरा दूर दूर तक कोई सम्बन्ध नहीं, उसके लिए नोटिस भेजा गया

नवाज खान ने कहा है कि, जिस मामले से उनका दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है, उसमें उनको नोटिस जारी किया गया। नवाज ने कहा कि, जिनसे मेरी मित्रता है उनके घर भी जा कर उनको परेशान किया गया। यह अनुचित है। मैं कौन सा अपराधी था जो मेरे शुभचिंतकों के घर पुलिस को भेज कर परेशान किया गया। यह भारतीय जनता पार्टी की चाल थी, ठीक  मतदान से पहले मुझे पूछताछ के लिए नोटिस जारी करते हैं। जिससे चुनाव प्रभावित कर सकें और मैं अपने पार्टी का काम ना कर सकूं। ऐसा कृत्य भारतीय जनता पार्टी करते आ रही है जिससे लोकतन्त्र का हनन है।

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