रसरंग कार्यक्रम का आयोजन : कवियों ने बांधा कविताओं का शमा, वीर रस और पैरोडी काव्य सुनकर आनंदित हुए श्रोता 

कुरुद में होली के मौके पर रसरंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां हास्य कवि सुरेंद्र दुबे, पैरोडी कवि सुदीप भोला और वीर रस के कवि प्रख्यात मिश्रा ने अपनी काव्य रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। ;

Update:2025-03-16 16:39 IST
कार्यक्रम का उद्घाटन करते विधायक अजय चंद्राकर और कवि सुरेंद्र दुबेMLA Ajay Chandrakar and poet Surendra Dubey inaugurating the program
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यशवंत गंजीर- कुरुद। छत्तीसगढ़ के कुरुद में होली के मौके पर रसरंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां हास्य कवि सुरेंद्र दुबे, पैरोडी कवि सुदीप भोला और वीर रस के कवि प्रख्यात मिश्रा ने अपनी काव्य रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। काव्य पाठ की शुरुआत पदम् श्री दुबे ने यह कहकर किया कि मोर पास कुरुद के जन्मपत्री है, यहां विधायक अजय चंद्राकर अगले मंत्री है।

नवनिर्वाचित नपं. अध्यक्ष ज्योति भानू चंद्राकर ने कहा कि, कुरुद की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ाने के साथ- साथ क्षेत्र सर्वांगीण विकास में विधायक अजय चंद्राकर का विशेष योगदान है. जिसके मार्गदर्शन और संरक्षण में वंदेमातरम परिवार लगातार यह 20 वां वर्ष आयोजन करने में सफल रहा है। इसके पूर्व वंदेमातरम परिवार प्रमुख भानू चंद्राकर ने आमंत्रित कवियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका स्वागत किया। 

धार्मिक मूल्य, संस्कृति और परंपरा हमारी असली पहचान है- विधायक 

बतौर मुख्य अतिथि विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि, किसी भी नगर या देश की पहचान वहां की भौतिक निर्माण से नही अपितु वहां की संस्कृति व परंपरा से होती है। हमारी असली पहचान यहां के धार्मिक मूल्य, संस्कृति व परंपरा से है। यह देश अपनी तमाम दुर्बलताओं को छोड़कर  अपनी संस्कृति से फिर से गर्वित हो रहा है। जिस प्रकार समकालीन इतिहास के दौर से किसी शहर या देश का त्यौहार जाना जाता है ठीक वैसे ही हमारा शहर भी स्थापित हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी आयोजन की निरंतरता तभी सार्थक होती है जब वहां भीड़ के मुकाबले सुधि श्रोताओं की उपस्थिति दिखे। उन्होंने होली की बधाई देते हुए विश्वास दिलाया कि ऐसे आयोजन होते रहेंगे बशर्ते भारतीय संस्कृति के मूल्यों को सहेजने में सभी का योगदान दिखे।

कवियों ने सुनाई कई कविताएं 

कवि सम्मेलन की शुरूआत वीर रस के कवि प्रख्यात मिश्रा, लखनऊ ने राम वही जो भारत की सरकार बनाने वाले है। राम का मंदिर बना लिया अब घनश्याम की बांकी है, देश मे योगी जी की अभी बुलडोजर का काम बांकी है। तिरंगा लपेट कर आऊंगा या सरहद पार लहराउंगा जैसे काव्य पाठ से श्रोताओं में देश प्रेम जगाने का प्रयास किया। सुदीप भोला, दिल्ली ने अपने अलग अलग पैरोडी काव्य से देश की वर्तमान दशा व दिशा को रेखांकित करते हुए राजनीतिक नेताओं पर हास्य के कई तीर छोड़े। उन्होंने अपने प्रसिद्ध कविता "पापा ने हैप्पी बर्थडे पर मोबाइल मंगवाया था, पढ़ेगी बेटी बढ़ेगी बेटी सोच किश्तों में दिलवाया था। पढ़ती नही पढ़ाती थी, दिनभर रील बनाती थी।  पढ़कर बेटियों को सावधान करते हुए मोबाइल के दुरुपयोग को लेकर कई बड़ी बात कही। ततपश्चात देश के किसानों की वास्तविक पीड़ा को उजागर करते हुए काव्य पाठ की। 

सुरेंद्र दुबे छत्तीसगढ़ी कविताओं से लोगों को हंसाया 

वहीं पदम् श्री सुरेंद्र दुबे ने अपने नए अंदाज में पुराने कविताओं को पढ़कर श्रोताओं को खूब हंसाया एवं अपनी उम्र बढ़ाने में कुरुद का हाथ होने की बात कहते हुए कुरुद की जन्मपत्री उनके हाथ मे होने और अजय चंद्राकर को अगला मंत्री होने की बड़ी बात कह दी।

ये वरिष्ठ नेता और लोग रहे उपस्थित 

इस दौरान जपं. कूरुद अध्यक्ष गीतेश्वरी साहू, जिपं. धमतरी उपाध्यक्ष गौकरण साहू, मगरलोड जपं. अध्यक्ष वीरेंद्र साहू, भाजपा नेता निरंजन सिन्हा, मालक राम साहू, तिलोकचंद जैन, मोहन अग्रवाल,  कृष्णकांत साहू, लोकेश साहू एल.पी. गोस्वामी मानस मर्मज्ञ, अनिल चन्द्राकर संरक्षक राईस मिल एसोसिएशन, लोकेश्वर सिन्हा, छत्रपाल बैस, कुलेश्वर सिन्हा, प्रभात बैस, लेखराज चंद्राकर आदि मौजूद थे।

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