Badminton Asia Team Championships: भारत की बेटियों ने रचा इतिहास, थाईलैंड को हराकर पहली बार गोल्ड मेडल जीता

Badminton women
X
भारत ने पहली बार बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप का खिताब जीत इतिहास रचा है।
Badminton Asia Team Championships: भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने एशिया टीम चैंपियनशिप का खिताब जीतकर इतिहास रचा। भारत ने फाइनल में थाईलैंड को 3-2 से हराया।

नई दिल्ली। भारत की बेटियों ने बैडमिंटन कोर्ट पर इतिहास रच दिया है। भारतीय महिला टीम ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप का पहली बार खिताब जीता है। फाइनल में भारत की टक्कर खिताब की मजबूत दावेदार थाईलैंड से थी। लेकिन, भारत ने थाईलैंड को 3-2 से हराकर खिताब जीत लिया। भारत की जीत में 17 साल की वर्ल्ड नंबर 472 अनमोल खरब की अहम भूमिका रही।

उन्होंने हाई प्रेशर निर्णायक मुकाबले में विश्व की 45वें नंबर की खिलाड़ी पोर्णपिचा चोइकिवोंग को 21-14, 21-9 से हराकर भारत की झोली में बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप का खिताब डाला। भारत के लिए ये खिताब इसलिए भी अहम है। क्योंकि भारत की बेटियों ने इस चैंपियनशिप के दौरान चीन, हॉन्गकॉन्ग, जापान और फाइनल में थाईलैंड जैसी मजबूत टीमों को हराया।

सिंधु ने भारत को दिलाई 1-0 की बढ़त
4 महीने बाद कोर्ट पर लौटीं ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने पहले मैच में दुनिया की 17वें नंबर की खिलाड़ी सुपनिडा काटेथोंग को 21-12, 21-12 से हराया। सिंधु ने पहला सिंगल्स मुकाबला जीतकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी थी। इसके बाद वर्ल्ड नंबर-23 त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और थाईलैंड की वर्ल्ड नंबर 10 जोड़ी के खिलाफ चौंका देने वाला प्रदर्शन किया। त्रिशा-गायत्री की भारतीय जोड़ी ने राविंडा-जोंगकोलफान की थाई जोड़ी को 21-16, 18-21 और 21-16 से हराया।

तीसरे मुकाबले में अश्मिता हारीं
इस तरह भारत ने फाइनल में थाईलैंड पर 2-0 की बढ़त ले ली थी। लेकिन, तीसरे मुकाबले में थाईलैंड ने दमदार वापसी की। वर्ल्ड नंबर-18 बुशानन ने भारत की अश्मिता चालिहा को सीधे सेटों में 21-11, 21-14 से हराया। इससे पहले, अश्मिता ने सेमीफाइनल में जापान की पूर्व वर्ल्ड चैंपियन नोजुमी ओकुहारा को हराया था।

थाईलैंड ने चौथा मुकाबला जीतकर 2-2 से बराबरी की
फाइनल के चौथे मुकाबले में श्रुति मिश्रा और सीनियर नेशनल चैंपियन प्रिया कोन्जेंगबाम के लिए थाईलैंड की बेन्यापा ऐंसार्ड और नुनटाकर्न ऐम्सार्ड की दुनिया की 13वें नंबर की जोड़ी को हराना मुश्किल होने वाला था और दुनिया की 107वें नंबर की भारतीय जोड़ी उम्मीद के मुताबिक 29 मिनट तक चले मैच में 11-21, 9-21 से हार गई।

अब भारत और थाईलैंड के बीच मुकाबला 2-2 से बराबर हो गया था। ऐसे में भारत को जीत दिलाने की जिम्मेदारी 17 साल की अनमोल खरब पर थी। उन्होंने निर्णायक सिंगल्स मुकाबले में दमदार खेल दिखाया और वर्ल्ड रैंकिंग में 45वें नंबर की खिलाड़ी पोर्णपिचा चो

अनमोल ने निर्णायक मैच जीत भारत को चैंपियन बनाया
मुकाबला 2-2 से बराबरी पर था और ऐसे में एक बार फिर से पूरी जिम्मेदारी अनमोल खरब पर थी। उन्होंने फिर से भारत को जीत दिलाने की जिम्मेदारी उठाई और उन्होंने निर्णायक तीसरे एकल में दुनिया की 45वें नंबर की खिलाड़ी पोर्नपिचा चोइकिवोंग को हराकर भारत को पहली बार बैडमिंटन टीम एशिया चैंपियनशिप का चैंपियन बना दिया।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story