Richa Ghosh Felicitation: हर 1 रन के लिए एक लाख...ऋचा घोष की तो लग गई लॉटरी, DSP बनने के साथ हुईं मालामाल

ऋचा घोष को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल ने 34 लाख रुपये का इनाम दिया।
Richa Ghosh Felicitation: बंगाल की पहली विश्व कप विजेता क्रिकेटर ऋचा घोष का ऐतिहासिक मैदान ईडन गार्डन्स में सम्मान किया गया। इस समारोह में क्रिकेट के दिग्गज सौरव गांगुली, झूलन गोस्वामी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद थीं।
सिलीगुड़ी की 22 साल की विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा को बंग भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया और उन्हें डीएसपी बनाया गया। पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें एक सोने की चेन भी दी। बंगाल क्रिकेट संघ ने उन्हें फाइनल मैच में बनाए गए हर रन के लिए 1 लाख रुपये के हिसाब से 34 लाख रुपये का पुरस्कार दिया।
ऋचा भारत की कप्तान बनेंगी: गांगुली
इस मौके पर पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा, 'विश्व कप एक विशेष जीत है और केवल ऋचा ही हमें बता सकती हैं कि यह कैसा लगता है। आपका करियर अभी शुरू हुआ है। अगले चार से 6 वर्षों में महिला क्रिकेट का व्यापक विकास होगा और और भी अवसर आएंगे। मुझे उम्मीद है कि आप इनका पूरा फायदा उठाएंगी और एक दिन, झूलन की तरह, हम यहां खड़े होकर कहेंगे-'ऋचा भारतीय कप्तान। आप सिर्फ़ 22 साल की हैं... आपके पास समय है। ढेर सारी शुभकामनाएं और हार्दिक बधाई।'
Heartiest Congratulations, DSP Richa Ghosh!
— West Bengal Police (@WBPolice) November 8, 2025
Richa Ghosh, the pride of Bengal, is now a Deputy Superintendent of Police (DSP). The Government of West Bengal has appointed Richa Ghosh, a crucial member of the World Cup-winning Indian Women's Cricket Team, to the post of Deputy… pic.twitter.com/I90ZSiWu8e
ऋचा ने फाइनल में 34 रन बनाए थे
भारत की महिला विश्व कप 2025 की जीत में ऋचा का योगदान अहम रहा। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में 24 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 34 रन ठोके थे। भारत ने 7 विकेट पर 298 रन बनाए जबकि दक्षिण अफ्रीका केवल 246 रन ही बना सका।
Bengal's daughters are Bengal’s greatest pride. I had the privilege of attending a special felicitation ceremony organised by the Cricket Association of Bengal at the iconic Eden Gardens, honouring Richa Ghosh for her outstanding contribution to India’s World Cup triumph.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 8, 2025
On… pic.twitter.com/XRxGbgrfoF
'निचले क्रम में बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल'
गांगुली ने आगे कहा, 'निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए उनकी भूमिका बहुत कठिन होती है। आपको कम गेंद मिलती हैं लेकिन आपको ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाने होते हैं। लोगों को जेमिमा के नाबाद 127 रन या सेमीफाइनल में हरमनप्रीत के 89 रन याद होंगे लेकिन ऋचा के 130 से ज़्यादा के स्ट्राइक रेट ने ही फ़र्क़ डाला। उसने जो इतना सरलता से किया है, वह स्मृति या हरमन के बराबर ही मूल्यवान है।'
At the heart of Bengal’s ethos lies the celebration of excellence, and Smt. @MamataOfficial has always led by example.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) November 8, 2025
At the iconic Eden Gardens today, she felicitated Richa Ghosh, whose triumph on the world stage stands as a testament to grit, grace, and glory.
In her, Bengal… pic.twitter.com/GPOOZ7RYUr
भारत की सबसे ज़्यादा वनडे विकेट लेने वाली झूलन गोस्वामी ने 2013 में सिलीगुड़ी में बंगाल के ज़िला ट्रायल्स के दौरान ऋचा को देखा। उन्होंने इस पर कहा, '2013 में, हम संघर्ष कर रहे थे, इसलिए मैंने ज़िला ट्रायल्स का सुझाव दिया। सिलीगुड़ी में अंडर-15 ट्रायल्स के दौरान, मैंने ऋचा को देखा। मैंने अधिकारियों से उसका समर्थन करने का अनुरोध किया। उस उम्र में वह इतनी प्रतिभाशाली थी, मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा था। मैं चाहती थी कि वह सीनियर टीम में हो, और बाकी सब इतिहास है। आखिरकार, तुम्हारी वजह से हमारे हाथ में भी विश्व कप आया।'
मैं इस स्वागत को कभी नहीं भूलूंगी: ऋचा
ऋचा ने अपने स्वागत पर आभार जताया। उन्होंने कहा, 'यह एक सपने जैसा लगता है, जिस तरह से सिलीगुड़ी में और अब यहां मेरा स्वागत किया गया। यह एक सपने को जीने जैसा है।'
उन्होंने अपनी ट्रेनिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया, 'जब मैं खुले नेट पर बल्लेबाजी करती हूं, तो मैं एक लक्ष्य निर्धारित करती हूं मैं एक निश्चित समय में कितने रन बना सकती हूं। इससे मुझे बड़े मैचों में मदद मिलती है। लोग हमेशा मेरे छक्कों की तारीफ़ करते हैं, इसलिए मैं और ज़्यादा बड़े शॉट लगाने की कोशिश करती हूं। यह सही गेंद चुनने की बात है।'
बंग भूषण और बंग विभूषण पुरस्कार पश्चिम बंगाल के सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं। ये पुरस्कार कला, संस्कृति, साहित्य, लोक प्रशासन और सार्वजनिक सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को प्रदान किए जाते हैं। इस समारोह में खेल मंत्री अरूप बिस्वास, उत्तर बंगाल से अभिनेत्री-सांसद मिमी चक्रवर्ती और ऋचा के माता-पिता, मानबेंद्र और स्वप्ना घोष शामिल हुए।
