क्या RCB है बेंगलुरु भगदड़ की जिम्मेदार?: सोशल मीडिया पोस्ट से खड़ा हुआ विवाद

Bengaluru Stampede: आईपीएल 2025 में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने पहली बार महिला टीम की तरह पुरुष टीम के लिए भी "विक्ट्री परेड" की योजना बनाई थी। लेकिन बेंगलुरु में जो हुआ, उसने जश्न को त्रासदी में बदल दिया।
अब सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो गया है कि जब बेंगलुरु प्रशासन ने परेड को सरकारी अनुमति न मिलने के कारण रद्द कर दिया था, तो RCB ने अपने सोशल मीडिया पर उसकी घोषणा क्यों की? क्या RCB ने अपने फैंस को गलत और भ्रामक जानकारी देकर उन्हें जोखिम में डाला?
इस पूरे घटनाक्रम में RCB की भूमिका, उनके सोशल मीडिया हैंडल की जिम्मेदारी, और फैंस की सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं। यह लेख इसी विषय की गहराई से पड़ताल करता है- क्या यह केवल एक संयोग था, या फिर एक जिम्मेदाराना चूक?
क्या हुआ बेंगलुरु में?
बुधवार (4 जून) को RCB की विक्ट्री परेड देखने के लिए हजारों फैंस बेंगलुरु की सड़कों पर उमड़ पड़े। भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि ट्रैफिक ठप हो गया, और हालात भगदड़ तक पहुंच गए। कुछ वीडियो में दिखा कि लोगों को दम घुटने और धक्का-मुक्की जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
RCB का सोशल मीडिया पोस्ट बना वजह?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि RCB ने ट्विटर (अब X) पर जिस परेड की जानकारी शेयर की थी, वह सरकारी मंजूरी नहीं मिलने के चलते पहले ही कैंसिल हो चुकी थी। लेकिन इसके बावजूद टीम ने X पर समय और स्थान की जानकारी देते हुए एक पोस्ट शेयर किया, जिसे लाखों फैंस ने देखा और उस आधार पर जुट गए।
क्या यह गैर-जिम्मेदाराना हरकत थी?
आरसीबी पर लापरवाही और फैंस को गुमराह करने के आरोप लग रहे हैं। अगर परेड कैंसिल थी, तो सोशल मीडिया पर उसे प्रमोट करना सुरक्षा और ट्रैफिक के लिहाज से भारी भूल थी। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे आयोजनों में सोशल मीडिया पोस्ट का बहुत बड़ा प्रभाव होता है, और यही यहां हुआ।
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पुलिस क्या कर रही थी?
बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया था, लेकिन पहले से तैयारी न होने के कारण हालात बेकाबू हो गए। अब घटना की जांच की जा रही है, और इसमें RCB की सोशल मीडिया टीम की भूमिका को भी शामिल किया जा सकता है।
अब आगे क्या?
RCB का यह सोशल मीडिया पोस्ट अब आलोचना के घेरे में है। सवाल यह नहीं कि परेड क्यों हुई या कैंसिल क्यों हुई, बल्कि यह है कि क्या टीम ने अपने फैंस को सही समय पर सही जानकारी दी? अगर नहीं, तो क्या इस भगदड़ की नैतिक जिम्मेदारी RCB पर बनती है? यह आने वाला वक्त और जांच तय करेगी।