Rahul Dravid: राहुल द्रविड़ ने एक सीजन बाद ही हेड कोच का पद छोड़ा, राजस्थान रॉयल्स के ऑफर को ठुकराया

राहुल द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स का हेड कोच पद छोड़ा
राजस्थान रॉयल्स के हेड कोच के तौर पर राहुल द्रविड़ का कार्यकाल सिर्फ़ एक सीज़न के बाद खत्म हो गया। शनिवार को एक बयान में, फ्रेंचाइज़ी ने कहा कि द्रविड़ को टीम में एक बड़े रोल की पेशकश की गई थी लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं करने का फैसला किया।
द्रविड़ का फ्रेंचाइजी से मल्टी ईयर कॉन्ट्रैक्ट था लेकिन उनका इस्तीफा टीम के आईपीएल 2025 में 9वें स्थान पर रहने की वजहों की समीक्षा के बाद हुआ। ये टीम का 2022 के बाद सबसे खराब प्रदर्शन था। राजस्थान रॉयल्स 14 में से सिर्फ 4 मुकाबले ही जीत पाई थी।
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— Rajasthan Royals (@rajasthanroyals) August 30, 2025
राजस्थान रॉयल्स के तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'मुख्य कोच राहुल द्रविड़ आईपीएल 2026 से पहले फ्रेंचाइज़ी के साथ अपना कार्यकाल खत्म कर रहे। राहुल कई वर्षों से रॉयल्स के सफ़र के केंद्र में रहे। उनके नेतृत्व ने खिलाड़ियों की एक पीढ़ी को प्रभावित किया, टीम में मज़बूत मूल्यों का संचार किया और फ्रेंचाइज़ी की संस्कृति पर एक अमिट छाप छोड़ी। फ्रेंचाइज़ी की स्ट्रक्चरल रिव्यू के तहत, राहुल को एक बड़े रोल की पेशकश की गई थी लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। राजस्थान रॉयल्स, उसके खिलाड़ी और दुनिया भर के लाखों फैंस, फ्रेंचाइज़ी के प्रति उनकी सेवा के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।'
Your presence in Pink inspired both the young and the seasoned. 💗
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Forever a Royal. Forever grateful. 🤝 pic.twitter.com/XT4kUkcqMa
राहुल द्रविड़ नई तीन साल की साइकिल से पहले राजस्थान रॉयल्स के ऑक्शन और रिटेंशन के केंद्र में थे। फ्रेंचाइजी ने पिछली नीलामी से पहले संजू सैमसन, यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल, रियान पराग और शिमरॉन हेटमायर को रिटेन किया था। हालांकि, खिलाड़ियों के चोटिल होने और करीबी मुकाबलों में हार के कारण पूरे सीजन में टीम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही।
द्रविड़ पहली बार 2011 में एक खिलाड़ी के रूप में रॉयल्स में शामिल हुए थे, और दो सीजन (2012 और 2013) में उनके कप्तान रहे, तथा 2014 और 2015 में टीम डायरेक्टर के रूप में काम किया।
