ENG vs AUS: ऑस्ट्रेलिया में 15 साल का सूखा खत्म करने पर गरजे बेन स्टोक्स, बोले- कल कुछ लोगों के सिर में दर्द होगा

बेन स्टोक्स ने ऑस्ट्रेलिया में 15 साल बाद मिली टेस्ट जीत पर बड़ी बात कही है।
Ben stokes statement: एशेज सीरीज भले ही इंग्लैंड के हाथ से निकल चुकी हो और ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 की बढ़त के साथ ट्रॉफी अपने नाम कर ली हो लेकिन मेलबर्न में दो दिन के भीतर आई जीत ने इंग्लैंड को बड़ी राहत दी। इस जीत के साथ इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया में 2011 से चला आ रहा जीत का सूखा खत्म कर दिया। यह जीत सिर्फ एक टेस्ट मैच नहीं, बल्कि इस युवा इंग्लिश टीम के लिए भरोसे और हौसले की वापसी है।
इस दौरे से पहले और दौरान बैजबॉल को लेकर काफी चर्चा और सवाल उठे-क्या यह आक्रामक शैली ऑस्ट्रेलियाई कंडीशंस में टिक पाएगी? मेलबर्न टेस्ट ने दिखाया कि इंग्लैंड अभी सीखने के दौर में है लेकिन लड़ना नहीं भूला। यह जीत खास तौर पर जो रूट और बेन स्टोक्स जैसे सीनियर खिलाड़ियों के लिए बेहद भावुक पल लेकर आई।
स्टोक्स और रूट को ऑस्ट्रेलिया में मिली पहली टेस्ट जीत
कप्तान बेन स्टोक्स के लिए यह ऑस्ट्रेलिया में 13वां टेस्ट था और पहली जीत। बतौर कप्तान, 2011 के बाद यह इंग्लैंड की ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट जीत भी रही। मैच के बाद स्टोक्स ने राहत और गर्व दोनों साफ तौर पर जाहिर किए। उन्होंने कहा, "यह बहुत अच्छा अहसास है। अब तक का टूर काफी मुश्किल रहा है। आज सही नतीजे के साथ खड़े होना खास है। सिर्फ इस दौरे के लिए नहीं, बल्कि इससे पहले जो कुछ भी झेला, उसके लिए भी।"
स्टोक्स ने ऑस्ट्रेलिया में हर मैच में टीम का साथ देने पहुंचे इंग्लैंड के फैंस और बार्मी आर्मी को भी खास तौर पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "लगातार शोर, लगातार नारे..मैदान में खेलने वाले खिलाड़ियों को यह साफ सुनाई देता है और महसूस भी होता है। इसका हमारे लिए बहुत मतलब है, और जो फैंस यहां आए हैं, उनके लिए भी यह खास पल है।"
कल कुछ लोगों के सिर में दर्द होगा: स्टोक्स
स्टोक्स ने आगे कहा, "कल कुछ लोगों के सिर में दर्द होगा। टेस्ट की तैयारी के बाद, बहुत कुछ हमारी तरफ आया, इन सबके बावजूद हमने अच्छा प्रदर्शन किया, और एक बहुत अच्छी ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराया, इसका बहुत सारा क्रेडिट खिलाड़ियों, स्टाफ और मैनेजमेंट को जाता है कि उन्होंने क्रिकेट पर फोकस बनाए रखा। मुकाबला छोटा और रोमांच से भरा था। बहुत मुश्किल था, गेंदबाजों के लिए बहुत ज़्यादा फायदेमंद था लेकिन आज हमने इसे बिल्कुल सही तरीके से किया। गेंदबाजों को लगातार गेंद डालने की इजाज़त नहीं दे सकते। हमने बहादुरी दिखाई और हिम्मत वाले थे।"
यह जीत उस समय आई, जब टीम पर काफी दबाव और विवाद भी थे। एडिलेड टेस्ट की हार के बाद टीम को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। क्वींसलैंड के नूसा ट्रिप, खिलाड़ियों की निजी गतिविधियों और व्हाइटवॉश की आशंका ने माहौल को और कठिन बना दिया था। ऐसे में स्टोक्स ने टीम की एकजुटता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने ध्यान भटकाने वाली बातों से खुद को अलग रखा और मैदान पर जवाब दिया।
रूट को 18 टेस्ट में मिली पहली जीत
जो रूट के लिए भी यह टेस्ट बेहद खास रहा। ऑस्ट्रेलिया में 18 टेस्ट खेलने के बाद यह उनकी पहली जीत है। उन्होंने माना कि सीरीज हारना निराशाजनक है, लेकिन टीम ने चरित्र दिखाया। रूट ने कहा, "हम जानते थे कि यहां जीत आसान नहीं होगी। हमने बल्ले से साहस दिखाया। उम्मीद है कि सिडनी में इसे और बेहतर कर पाएंगे।"
अब इंग्लैंड की नजर सिडनी में होने वाले न्यू ईयर टेस्ट पर है। एक और जीत सीरीज की तस्वीर नहीं बदलेगी, लेकिन इस मुश्किल दौर में आगे बढ़ने के लिए एक मजबूत आधार जरूर दे सकती है।
