Tripura Saraswati Puja Celebrations Disrupted: त्रिपुरा के आर्ट एंड क्रॉफ्ट कॉलेज में मां सरस्वती की पूजा विवादों में आ गई है। यहां विद्या की देवी सरस्वती की प्रतिमा को अश्लीलता से गढ़ा गया और बिना पारंपरिक साड़ी के दिखाया गया। मूर्ति की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। संगठनों ने आरोप लगाया कि इस तरह मां सरस्वती को दिखाना अश्लीलता फैलाने से अधिक कुछ नहीं है।
त्रिपुरा एबीवीपी के महासचिव दिबाकर अचार्जी ने मां सरस्वती के गलत चित्रण पर कड़ी आपत्ति जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। बढ़ते आक्रोश को देखते हुए प्रतिमा को ढक दिया गया है।
ত্রিপুরা আর্ট এন্ড ক্রাফট মহাবিদ্যালয়ে মাতা সরস্বতী দেবীর প্রতীমাকে বিকৃত করে অশ্লীলভাবে দেখানোর চেষ্টা করা হয়েছে।
— ABVP Tripura (@ABVPTripura) February 14, 2024
এরই প্রতিবাদে আজ বিদ্যার্থী পরিষদের কার্যকর্তারা মহাবিদ্যালয়ে গিয়ে এই নিন্দনীয় ঘটনার প্রতিবাদ করেন এবং মায়ের প্রতিমাকে সঠিকভাবে বস্ত্ৰ পড়িয়ে দেন । pic.twitter.com/cMPHerRHhR
मूर्ति को पहनाई गई साड़ी
दिबाकर ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि बसंत पंचमी पर पूरे देश में देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। सुबह-सुबह हम सभी को खबर मिली कि अगरतला स्थित गवर्नमेंट आर्ट एंड क्राफ्ट कॉलेज में देवी सरस्वती की मूर्ति को बहुत गलत तरीके से बनाया गया है। मूर्ति को साड़ी पहनाई गई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध छात्र संगठन एबीवीपी ने कॉलेज प्राधिकरण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
कॉलेज प्रशासन ने मूर्ति को बदला
कॉलेज के अधिकारियों ने इस प्रकरण में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मूर्ति हिंदू मंदिरों में स्थापित होने वाली मूर्तियों जैसी है। किसी का मकसद धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। मूर्ति को बदल दिया गया है। जिस प्रतिमा पर विवाद है, उसे पूजा पंडाल के पीछे प्लास्टिक से ढक दिया गया।
पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया, लेकिन कॉलेज या एबीवीपी और बजरंग दल द्वारा कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई।