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PM Modi NACIN Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा समय में पूरा देश राममय हो चुका है। लोग भगवान श्रीराम की भक्ति में डूबे हैं। सामाजिक जीवन में भगवान राम शासन-सुशासन के प्रतीक हैं।

PM Modi NACIN Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश में के पालसमुद्रम में  नेशनल एकेडमी ऑफ कस्टम और इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड नारककोटिक्स (NACIN) के नए परिसर का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि  मौजूदा समय में पूरा देश राममय हो चुका है। पूरा भारत उनकी भक्ति में डूबा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान राम का जीवन काफी व्यापक संदेश देता है। उनके जीवन से मिलने वाली प्रेरणा, आस्था और भक्ति से बहुत आगे हैं। भगवान राम सामाजिक जीवन में शासन सुशासन के प्रतीक हैं। वह आपके संस्थान के लिए भी बड़ी प्रेरणा हो सकते हैं। 

वीरभद्र मंदिर में दर्शन करना मेरा सौभाग्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि NACIN आने वाले समय में देश में सुशासन के नए आयाम कायम करेगा। यह भारत में ट्रेड और कॉमर्स को बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान रामायण के कई संदर्भ भी दिए। पीएम मोदी ने संस्थान के छात्रों और शिक्षकों के सामने वीरभद्र मंदिर में दर्शन करने का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी को पता है कि मैं 11 दिनों के अनुष्ठान पर हूं।  इस पवित्र समय के दौरान वीरभद्र मंदिर में दर्शन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।

भारत ग्लोबल ट्रेड में बने अहम भागीदार
पीएम मोदी ने कहा कि NACIN को भारत को व्यापार और वाणिज्य के लिए एक मॉडर्न इकोसिस्टम उपलब्ध करवाना चाहिए। भारत को ग्लोबल ट्रेड में अहम भागीदार बनाने में मदद करना चाहिए। सामाजिक कल्याण के लिए संस्थान को इज ऑफ डूइंग बिजनेस(व्यापार करने में आसानी) को प्रोमोट करना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि यह संस्थान कॉमर्स और ट्रेड को आगे बढ़ाने में अपना अहम योगदान देगा। 

देश में टैक्स संग्रहण पहले से आसान हुआ
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले देश में टैक्स संग्रहण को लेकर एक जटिल प्रक्रिया थी। हमने GST लाकर देश को एक अनूठी टैक्सेशन प्रणाली दी। इस नए टैक्स सिस्टम के आने के बाद कर संग्रहण में पारदर्शिता आई है। इसके साथ ही हमने फेसलेस टैक्स मूल्यांकन प्रणाली शुरू की। इन सभी प्रयासों की वजह से आज देश में टैक्स कलेक्शन में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इससे प्राप्त होने वाले राजस्व को राजकोष में रखा जाता है।

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