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Lalu Yadav Warns BJP of Plotting Constitution Change: लालू यादव ने कहा कि संविधान को बदलने का मतलब है लोकतंत्र को बदलना। भाजपा को लोकतंत्र का मतलब नहीं पता है। यह लोग देश में जनतंत्र नहीं चाहते हैं। लोकतंत्र को खत्म कर देश में तानाशाही लाना चाहते हैं। 

Lalu Yadav Warns BJP of Plotting Constitution Change: राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भाजपा को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जो भी संविधान को बदलने की कोशिश करेगा देश की दलित, पिछड़े और गरीब जनता इनकी आंख निकाल लेगी..देश की जनता माफ नहीं करेगी। 

भाजपा में काफी घबराहट
दरअसल, लालू यादव से 2024 में एनडीए को बहुमत आने की अटकलों को लेकर सवाल पूछा गया था। जवाब में उन्होंने कहा कि बहुमत आने की कोई उम्मीद नहीं है। ये क्षेत्र में घूम-घूम कर बहुमत मांग रहे हैं और कह रहे हैं हम संविधान बदल देंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा में काफी घबराहट है। ये (भाजपा) 400 पार की बात घबराहट में कर रहे हैं। इनके नेता खुले में बोल रहे हैं कि हम संविधान को बदल देंगे। ये बाबसाहेब अंबेडकर के द्वारा बनाया गया संविधान है। जो भी संविधान को बदलने की कोशिश करेगा देश की दलित, पिछड़े और गरीब जनता इनकी आंख निकाल लेगी।

लालू यादव ने कहा कि संविधान को बदलने का मतलब है लोकतंत्र को बदलना। भाजपा को लोकतंत्र का मतलब नहीं पता है। यह लोग देश में जनतंत्र नहीं चाहते हैं। लोकतंत्र को खत्म कर देश में तानाशाही लाना चाहते हैं। 

तेजस्वी ने भी साधा निशाना
लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी भाजपा पर हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को हमारी बहुत चिंता हो रही है। भाजपा मुद्दे की बात नहीं करती है। उनके बड़े नेता संविधान बदलने की बात कह रहे हैं। पीएम मोदी चुप हैं। इसका मतलब है कि उनकी सहमति है। हर खुले मंच से ये लोग संविधान बदलने की बात बोल रहे हैं। भाजपा अपने एजेंडे को देश पर लागू करना चाहती है। 

टीवी के राम अरुण गोविल के बयान पर हंगामा
दरअसल, उत्तर प्रदेश की मेरठ लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और टीवी सीरियल रामायण के राम अरुण गोविल ने संविधान में बदलाव की बात कही। उन्होंने कहा कि संविधान जब हमारे देश का बना था, उस समय देश की परिस्थितियां कुछ और थीं। धीरे-धीरे परिस्थिति के हिसाब से बदलाव हुए। बदलाव करना प्रगति की निशानी होती है। उसमें कोई खराब बात नहीं है। संविधान किसी एक शख्स की मर्जी से नहीं बदलता है। सर्वसम्मति से होता है। अगर ऐसा कुछ होगा तो किया जाएगा। 

अरुण गोविल के बयान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान में प्रगतिशील संशोधन करने और मूलभूत बदलाव करने के बीच का अंतर नहीं समझते उन्हें टिकट देकर भाजपा ने भारी भूल की है। लेकिन फिर भी इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि जनता ने हर भाजपा प्रत्याशी को हराने का फैसला पहले ही कर लिया है। 

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