Biggest Naxal Encounter: लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले मंगलवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) संभाग के कांकेर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इसमें सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी मिली है। कांकेर में करीब 200 सुरक्षाबलों ने सफल ऑपरेशन को अंजाम देते हुए 29 नक्सलियों को मौत की नींद सुला दिया। इस दौरान टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव और ललिता मारी गई। दोनों पर 25-25 लाख रुपए का इनाम घोषित था। दूसरी ओर, पुलिस ने नक्सलियों की सूचना देने पर 5 लाख रुपए कैश इनाम बांटने का ऐलान किया है।

कांकेर में सबसे बड़े नक्सल ऑपरेशन कैसे अंजाम तक पहुंचा? 
बस्तर संभाग के कांकेर में देश का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी ऑपरेशन को BSF और DRG ने मिलकर अंजाम दिया। सुरक्षाबलों को यहां कई टॉप नक्सलियों के जमा होने का खुफिया इनपुट मिला था। इनमें 4 बड़े नक्सल कमांडर्स के शामिल होने का अंदेशा था। इसके बाद बीएसएफ और डीआरजी के 200 जवानों को सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जंगल में सर्चिंग के दौरान नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी इसका माकूल जवाब दिया। कई नक्सली मारे गए, कई भाग खड़े हुए और कुछ जवान भी जख्मी होकर जंगल में फंस गए। जिन्हें बाद में मेडिकल रेस्क्यू टीम ने अस्पताल पहुंचाया। (ये भी पढ़ें... नक्सलियों का टॉप कमांडर शंकर राव ढेर)

गढ़चिरौली से बड़ा नक्सल एनकाउंटर कैसे है?
बता दें कि देश में यह पहली मुठभेड़ है, जिसमें इतनी ज्यादा संख्या में नक्सली मारे गए। इससे पहले नवंबर 2021 में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हुए एनकाउंटर में 27 नक्सलियों की मौत हुई थी। तब महाराष्ट्र के C- 60 फोर्स के जवानों ने छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र बॉर्डर पर गढ़चिरौली स्थित हिडकोटोला पहाड़ी से सटे जंगल में भीषण मुठभेड़ को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाया था। इस एनकाउंटर में नक्सलियों की टॉप बॉडी सेंट्रल कमेटी के मेंबर दीपक तुलतुमड़े समेत 27 नक्सली ढेर हुए थे। दीपक नक्सलियों के MMC जोन (मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़) का प्रभारी था। इस मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के विस्तार प्लाटून का प्लान चकनाचूर हो गया। 

नक्सलवाद को उखाड़ फेंकने के लिए सुरक्षाबलों की खास रणनीति?

  • नक्सलियों के गढ़ से उन्हें पूरी तरह खत्म करने के लिए डीआरजी, बीएसएफ और सीआरपीएफ ने खास नक्सलविरोधी प्लान तैयार किया है। इसके मुताबिक, छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों और उनकी गतिविधियों से जुड़ी जानकारी देने पर नकद इनाम का ऐलान किया है।
  • कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सलियों के बारे में जानकारी साझा करने वालों को सरकार की ओर से 5 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। सूचना पर अगर कोई नक्सली गिरफ्तार होता है या मारा जाता है तो अधिकतम 5 लोगों को कांस्टेबल की नौकरी मिलेगी।
  • इनाम की सूचना को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने कवर्धा में अंदरूनी इलाकों का दौरा किया। दूसरी ओर, नक्सल प्रभावित इलाकों में 7-8 किलोमीटर की दूरी पर पुलिस कैंप स्थापित किए गए हैं। सुरक्षाबलों की निगरानी में 9 अति संवेदनशील इलाकों में बच्चों के लिए स्कूल भी संचालित हो रहे हैं। युवाओं के लिए स्पोर्ट्स एक्टिविटी के इंतजाम किए हैं। नक्सलवाद को खत्म करने में ग्रामीणों की मदद ली जा रही है।