Jaswinder Bhalla death: कौन थे जसविंदर भल्ला? प्रोफेसर से बने कॉमेडी किंग, कैसे हुई उनकी मौत?

कौन थे जसविंदर भल्ला? प्रोफेसर से बने कॉमेडी किंग, कैसे हुई उनकी मौत?
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पंजाबी सिनेमा के कॉमेडी एक्टर जसविंदर भल्ला का 65 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।

पंजाबी सिनेमा के दिग्गज कलाकार जसविंदर भल्ला का 65 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली। क्या है उनकी मौत का कारण?

Jaswinder Bhalla death reason: पंजाबी सिनेमा के दिग्गज कॉमेडी एक्टर जसविंदर भल्ला इस दुनिया में नहीं रहे। जसविंदर भल्ला पंजाबी सिनेमा के वो सितारा थे जिन्होंने पर्दे पर अपनी कॉमेडी अंदाज से लाखों लोगों के चेहरे पर मुस्कान छोड़ी। उनका इस दुनिया से जाना सिनेमा जगत के लिए बड़ी क्षति है। 65 साल की उम्र में भल्ला इस दुनिया सो अलविदा कह गए। आइए एक नजर डालते हैं सिनेमा में उनके योदगान पर।

कैसे हुई जसविंदर भल्ला की मौत?

22 अगस्त की सुबह उन्होंने मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली। बीबीसी पंजाबी के अनुसार, जसविंदर भल्ला को बुधवार शाम को ब्रेन स्ट्रोक हुआ जिसके बाद उन्हें तुरंत फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि अभिनेता का काफी खून बह गया था। बताया जा रहा है कि उनका निधन ब्रेन स्ट्रोक के कारण हुआ है। भल्ला ने शुक्रवार सुबह 4:00 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री और फैंस में गहरा शोक है।

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पंजाबी सिनेमा के कॉमेडी किंग

जसविंदर भल्ला का लगभग 30 साल से अधिक समय का करियर रहा। इस दौरान उन्होंने पंजाबी सिनेमा में कॉमेडी एक्टर के तौर पर एक अलग पहचान बनाई। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 'दुल्ला भट्टी' जैसी फिल्मों से की और फिर हिंदी फिल्म 'माहौल ठीक है' (1999) में भी नजर आए।

'कैरी ऑन जट्टा' सीरीज में उनके एडवोकेट ढिल्लों के किरदार को खूब उनकी खूब तारीफ हुई। उन्होंने 'जट्ट एंड जूलियट', 'सरदार जी' जैसी सुपरहिट फिल्मों में भी अपनी कॉमेडी से दर्शकों को हंसने पर मजबूर किया। उनकी आखिरी फिल्म 'शिंदा शिंदा नो पापा' (2024) रही, जिसमें वे गिप्पी ग्रेवाल और हिना खान के साथ नजर आए थे।


प्रोफेसर से अभिनय तक का सफर
कम ही लोग जानते हैं कि जसविंदर भल्ला सिर्फ एक कलाकार ही नहीं, बल्कि एक प्रोफेसर भी थे। वह लुधियाना स्थित पंजाब एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी (PAU) में प्रोफेसर रहे। उन्होंने PAU से बीएससी (ऑनर्स) एग्रीकल्चर और एमएससी की डिग्री लेने के बाद सीसीएस यूनिवर्सिटी, मेरठ से पीएचडी की थी।

उन्ही दिनों में उन्होंने अपने व्याख्यानों के जरिए कॉमेडी अंदाज में सबको हंसाया जिससे उन्हें प्रसिद्धी मिली। टीचर्स और स्टूडेंट्स के बीच भल्ला का रिश्ता किसी मेंटर की तरह था जो मजेदार अंदाज में लोगों को गाइड किया करते थे। उन्होंने 1989 में PAU में पढ़ाना शुरू किया था और 2020 में रिटायर हो गए।

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