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CBSE Board ordered re-evaluation: सीबीएसई ने पिछले साल 2023 के नतीजों पर कुछ विषयों में थ्योरी और प्रैक्टिकल अंकों के बीच अंतर पाया है। इसके बाद बोर्ड ने ऐसे स्कूलों को अपनी इंटरनल असेस्टेंट प्रोसेस का दोबारा रिव्यू करने की सलाह को लेकर एक नोटिस जारी किया है। 

CBSE Board ordered re-evaluation: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सीबीएसई रिजल्ट में प्रैक्टिकल और थ्योरी मार्क्स के बीच बड़ा अंतर पाया है। जिसके बाद सीबीएसई ने कुछ स्कूलों को फिर से प्रैक्टिकल एग्जाम का इंटरनल असेसमेंट करने की सलाह दी है। सीबीएसई ने स्कूलों से कहा गया है कि वे फिर से प्रैक्टिकल के मूल्यांकन में निष्पक्षता और सटीकता को प्राथमिकता दें और यह सुनिश्चित करें कि प्रक्रिया ठीक से पूरी हो और स्टूडेंट्स की एकेडमिक्स में जरूरी बदलाव करें। 

प्रैक्टिकल व थ्योरी मार्क्स में मिला बड़ा अंतर
सीबीएसई सचिव हिमांशु गुप्ता ने कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को एडवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(Advanced Artificial Intelligence) के माध्यम से सीबीएसई से संबद्ध 500 स्कूलों में कुछ विषयों के 50 प्रतिशत या इससे अधिक स्टूडेंट्स को थ्योरी और प्रैक्टिकल परीक्षा में मिले अंकों में बड़ी गड़बड़ी मिली है। प्रैक्टिकल व थ्योरी मार्क्स में बड़ा अंतर पाया गया है। इसके बाद बोर्ड ने ऐसे स्कूलों को अपनी इंटरनल असेस्टेंट प्रोसेस का दोबारा रिव्यू करने की सलाह को लेकर एक नोटिस जारी किया है।

सीबीएसई ने जारी किया नोटिस
सीबीएसई ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य अधिक मजबूत, पारदर्शी और विश्वसनीय मैकेनिज्म को लागू करना है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि मूल्यांकन प्रक्रिया यथार्थवादी हो और छात्रों की शैक्षणिक यात्रा में पर्याप्त मूल्य जोड़े। 

AI टूल से पता चली गड़बड़ी
बता दें कि, सीबीएसई ने पिछले साल 2023 के नतीजों के आंकड़ों के आधार पर सीबीएसई से संबद्ध करीब 500 स्कूलों में 50% या उससे अधिक छात्रों के बीच कुछ विषयों में थ्योरी और प्रैक्टिकल अंकों के बीच महत्वपूर्ण अंतर पाया है। बोर्ड ने नतीजों का विश्लेषण करने के लिए इस्तेमाल किए गए ए़डवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल के इस्तेमाल में पाया है।

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