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सीबीएसई के छात्र डिजीटल प्लेटफॉर्म से कर रहे पढ़ाई, 11 हजार से अधिक छात्र जुड़े

कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच सीबीएसई छात्र डिजीटल प्लेटफार्म के जरिए स्कूली पढ़ाई अच्छे ढंग से कर रहे हैं।

सीबीएसई के छात्र डिजीटल प्लेटफॉर्म से कर रहे पढ़ाई, 11 हजार से अधिक छात्र जुड़े
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कोरोना वायरस को लेकर देश में मचे कोहराम के बीच डिजीटल प्लेटफार्म के जरिए स्कूली छात्रों की पढ़ाई अच्छे ढंग से चल रही है। सरकार के आंकड़ों के हिसाब से बीते 13 से 29 मार्च तक कुल 11 हजार 911 छात्रों ने इन प्लेटफार्म का प्रयोग कर अपनी पढ़ाई को घर पर ही जारी रखा हुआ है। इसमें यूट्यूब का प्रयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।

उधर सीबीएसई की अध्यक्ष अनीता करवल ने अभिभावकों को इस बात का भरोसा दिलाया है कि वह बोर्ड की परीक्षाओं, उनके समयबद्ध परिणाम और देश, विदेश के कॉलेजों में दाखिले को लेकर बिलकुल भी चिंता न करें। जैसे ही हालात सामान्य होंगे। उसके साथ ही तत्काल बची हुई परीक्षाओं के लिए नई तारीखों का ऐलान किया जाएगा। इसमें छात्रों को परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) का कहना है कि लॉगडाउन के खत्म होने की अंतिम तारीख 14 अप्रैल की है। लेकिन अगर सरकार की तरफ से इसकी तारीख बढ़ाई गई तो मंत्रालय की भविष्य में भी ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए छात्रों की पढ़ाई जारी रखने के लिए तैयारी पूरी है।

न घबराएं शिक्षक, अभिभावक

सीबीएसई के अलावा एचआरडी मंत्रालय ने भी देश के तमाम स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और अभिभावकों से इस परिस्थिति में संयम रखने की अपील करते हुए कहा है कि विभाग पूरी तरह से तैयार है। उसके द्वारा शुरु की गई तमाम परियोजनाओं की वजह से बच्चों की पढ़ाई किसी भी सूरत में प्रभावित नहीं होगी। कुछ जगहों पर लॉगडाउन से पहले ही इसकी शुरुआत कर दी गई थी। स्कूली शिक्षा से जुड़ा समूचा ऑनलाइन पाठ्यक्रम केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) और राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) मिलकर अपने सभी संसाधनों का प्रयोग कर स्कूलों तक ऑनलाइन कंटेंट पहुंचाने की कवायद में जुटा हुआ है। मंत्रालय में स्कूली शिक्षा विभाग के सचिव अमित खरे ने इस बाबत विभिन्न संगठनों से चर्चा कर उन्हें भविष्य के लिए जरुरी वैकल्पिक प्लान को भी तैयार रखने का निर्देश दे दिया है।

दिक्शा प्लेटफार्म अहम

सीबीएसई ने दिक्शा प्लेटफार्म तैयार किया है। यहां पर अलग-अलग भारतीय भाषाओं में अकादमिक कंटेट तैयार कर स्टोर किया गया है। शिक्षण सामग्री को दो भागों में बांटा गया है। एक को शिक्षकों के लिए रखा गया है और दूसरे को छात्रों के लिए। विभिन्न स्कूल बोर्ड से संबंधित छात्र अपनी क्षेत्रीय भाषा के आधार पर इस कंटेंट का प्रयोग कर सकते हैं। इसी प्रकार से एनआईओएस ने एचआरडी मंत्रालय के स्वंय पोर्टल पर माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर की शैक्षणिक सामग्री अपलोड कर दी है। छात्र इस पर जाकर अपने कोर्सेज की पढ़ाई कर सकते हैं। साथ ही वह विषय से संबंधित वीडियो-ऑडियो के जरिए ऑनलाइन टेस्ट भी दे सकते हैं। इस दौरान संबंधित विषय का शिक्षक भी ऑनलाइन छात्रों के जवाब देने के लिए मौजूद रहेगा। केंद्रीय विद्यालय अपने विशेषज्ञ शिक्षकों के जरिए एनआईओएस से जुड़े छात्रों के प्रश्नों का ऑनलाइन जवाब देने के लिए मदद करेंगे।

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