सीबीएसई 10वीं क्लास एग्जाम के लिए कैसे बनाएं प्रिपरेशन स्ट्रेटजी, बता रहे हैं एक्सपर्ट्स

सीबीएसई 10वीं क्लास एग्जाम के लिए कैसे बनाएं प्रिपरेशन स्ट्रेटजी, बता रहे हैं एक्सपर्ट्स
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10वीं क्लास के सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स की बहुत इंपॉर्टेंट टिप्स

कृष्ण कुमार

सीनियर सेकेंड्री ब्वॉयज स्कूल, शाहदरा, दिल्ली

साइंस : तीनों पार्ट्स पर दें बराबर ध्यान

अगर आप आगे साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करना चाहते हैं तो 10वीं क्लास के साइंस को अच्छी तरह तैयार करना आपके लिए काफी लाभदायक रहेगा। अब एग्जाम होने में डेढ़ माह बचे हैं, ऐसे में खुद पर प्रेशर ना लेते हुए वन बाई वन तैयारी करें। अगर आप अभी से भी नियमित पढ़ाई करते हैं तो भी आप अच्छे अंक प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं।

साइंस के पार्ट्स

साइंस को तीन अलग-अलग विषयों में बांटा गया है-फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी। साइंस के हर यूनिट के बेसिक कॉन्सेप्ट क्लीयर कर लें।

अधिकतर स्टूडेंट्स बायोलॉजी में कम रुचि लेते हैं, इससे साइंस के मार्क्स कम रह जाते हैं। इसलिए न भूलें कि आपके लिए बायोलॉजी भी उतना ही जरूरी है, जितने फिजिक्स और केमेस्ट्री। इसलिए सबसे पहले अभी एक बार पूरे सेलेबस को समझ लें। फिर तीनों पार्ट्स पर बराबर ध्यान दें। फरवरी माह में सैंपल पेपर सॉल्व करना शुरू कर दें और समय का विशेष ध्यान रखें। फिजिक्स में न्यूमेरिकल्स की लगातार प्रैक्टिस करते रहें तो बायो में डायग्राम्स की भी तैयारी अच्छे से करें।

इंपॉर्टेंट टॉपिक्स

हाईस्कूल के साइंस सब्जेक्ट के सेलेबस में इस बार चार यूनिट्स से सवाल पूछे जाएंगे। जिनमें केमिकल सब्सटांस, वर्ल्ड ऑफ लिविंग, नेचुरल फिनोमिना, नेचुरल रिसोर्सेज शामिल हैं। इन यूनिट्स से क्रमश: 23, 30, 29, 08 नंबर के प्रश्न आएंगे। बायोलॉजी से संबंधित यूनिट की तैयारी करते वक्त रिप्रोडक्शन, उसके प्रकार, पॉलीनेशन आदि टॉपिक्स को ध्यान से पढें, ये सभी इंपॉर्टेंट टॉपिक्स हैं। इसके साथ ही इनसे संबंधित सभी डायग्राम भी ध्यान से तैयार कर लें। इसके अलावा मेंडल के सिद्धांत, हेरेडिटी, ईकोलॉजी, फूड चेन, ओजोन लेयर, बायोडाइवर्सिटी और उसका संरक्षण, वेस्ट मैनेजमेंट, ग्रीन हाऊस इफेक्ट के माइनर प्वाइंट्स आदि भी एग्जाम के प्वाइंट ऑफ व्यू से इंपॉर्टेंट टॉपिक हैं।

-फिजिक्स में रिफ्लेक्शन, इमेज, रिफ्रैक्शन और इमेज फॉर्मेशन, रिफ्रैक्टिव इंडेक्स, फोकल लेंथ और रेडियस में संबंध, मैग्निफिकेशन आदि महत्वपूर्ण टॉपिक हैं। इनमें से ही एक 5 नंबर का लॉन्ग प्रश्न पूछा जाता है। इसके अलावा मिरर और लैंस के फार्मूला के आधार पर परीक्षा में दो प्रश्न आते हैं। इसके अलावा ह्यूमन आइज, पार्ट्स ऑफ आइज, उसके डिफेक्ट्स, प्रिम, डिस्पर्जन, एटमोस्फेरिक रिफ्रेक्शन, स्कैटरिंग ऑफ लाइट, टिंडल इफेक्ट आदि ऐसे टॉपिक हैं, जिनमें से आधिकांश प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए इन टॉपिक्स को पूर्ण रूप से तैयार कर लें।

-केमेस्ट्री के सेक्शन में से केमिकल बांड, स्ट्रेट चेन, एल्केन, एल्कीन, एल्काइंस, फंक्शनल ग्रुप, एस्टरिफिकेशन, सेपोनिफिकेशन, फॉर्मेशन ऑफ शोप आदि टॉपिक्स पर विशेष ध्यान दें। इसके अलावा पिरियॉडिक टेबल को बहुत अच्छी तरह समझकर तैयार कर लें। इससे इनऑर्गेनिक केमेस्ट्री के अधिकांश प्रश्नों को हल करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा न्यूलैंड्स लॉ ऑफ अक्टेव, डॉबरिनियर लॉ ऑफ ट्रायड, मैंडलीफ पिरियॉडिक लॉ, उसकी विशेषताएं आदि भी परीक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण टॉपिक हैं।

ऐसे करें तैयारी

- बायोलॉजी की तैयारी को एप्लीकेशन बेस्ड करें। हर चैप्टर को अलग-अलग क्रमबद्ध रूप से पढ़ें।

-एनसीईआरटी की किताबों को महत्ता दें। चैप्टरवाइज पढ़ने से आपके एमसीक्यू प्रश्नों की तैयारी हो जाएगी।

-फिजिक्स के न्यूमेरिकल की तैयारी भी एनसीईआरटी की किताबों से ही करें, इसके अलावा सभी फार्मूले अलग नोट कर लें। बाद में रीविजन के दौरान यह काफी मददगार होंगे।

-केमेस्ट्री का कॉन्सेप्ट समझने की कोशिश करें और चैप्टर के आखिर में दी गई एक्सरसाइज का अभ्यास करें।

- छोटे प्रश्नों को अच्छे से याद करें, वहीं बड़े प्रश्नों को पार्ट्स में बांटकर याद करें।

-चैप्टरवाइज रीविजन होने के बाद आप कोई भी हेल्पबुक लेकर तैयारी को फाइनल टच दे सकते हैं।

-फरवरी माह में सप्ताह में तीन-चार मॉडल पेपर्स से अभ्यास करें। टाइम लिमिट में पेपर सॉल्व करने की प्रैक्टिस करें। अपनी मिस्टेक्स को अपने टीचर या बुक से सॉल्व कर याद कर लें।

फाइनल टच

-मॉडल पेपर से अभ्यास कर अपनी त्रुटियां ठीक करने का प्रयास करें।

-सभी फार्मूले और परिभाषाएं(डिफिनेशन) रिवाइज करते रहें।

-एसआई यूनिट को भी अच्छी तरह दोहरा लें क्योंकि कई स्टूडेंट्स गलत एसआई यूनिट लिख देते हैं, इससे उनके नंबर कट जाते हैं।

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