Car Tips: गर्मी के साथ बढ़ी इंजन ओवरहीट की समस्या, अपनी ड्रीम कार को ऐसे रखें सुरक्षित

Car Tips: दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में इन दिनों तेज गर्मी पड़ रही है। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में अगर कार की सही देखभाल न की जाए, तो कई तरह की दिक्कतें सामने आ सकती हैं। इन्हीं में से एक बड़ी समस्या है—इंजन का ओवरहीट होना। अगर समय रहते ध्यान दिया जाए, तो इस परेशानी से बचा जा सकता है और भारी मरम्मत खर्च से भी बचा जा सकता है।
इंजन ओवरहीट क्यों होता है?
जब कार को लंबे समय तक लगातार चलाया जाता है और उसे ठंडा होने का मौका नहीं मिलता। इंजन को ठंडा रखने वाला कूलेंट अगर कम हो जाए या लीक हो जाए। इंजन की देखभाल में लापरवाही बरती जाए।
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ओवरहीटिंग के संकेत कैसे मिलते हैं?
गर्मी के मौसम में लोग आमतौर पर एसी चालू रखते हैं। लेकिन अगर इंजन ओवरहीट होने लगे, तो इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में तापमान मीटर की सुई तेजी से ऊपर चढ़ने लगती है। इसके साथ ही एसी और अन्य सिस्टम ठीक से काम नहीं करते। गंभीर स्थिति में गाड़ी बंद हो सकती है और इंजन से धुआं भी निकल सकता है।
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इंजन ओवरहीट होने पर क्या करें?
कार को तुरंत रोकें: अगर इंजन गर्म हो रहा है, तो तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर गाड़ी रोक दें। ओवरहीट इंजन के साथ गाड़ी चलाना इंजन को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
रेडिएटर कैप को न खोलें: गाड़ी रोकने के बाद भी रेडिएटर की कैप कभी न खोलें। अंदर मौजूद गर्म कूलेंट प्रेशर के साथ बाहर आ सकता है और जलने जैसी गंभीर चोट लग सकती है। कंपनियां भी इसके लिए चेतावनी जारी करती हैं।
लीकेज चेक करें: कूलेंट लीकेज भी इंजन ओवरहीट का बड़ा कारण होता है। यदि आपको कहीं से कूलेंट लीक होने का शक हो, तो गाड़ी को किसी अच्छे मैकेनिक से जरूर चेक करवाएं।
(मंजू कुमारी)
