Israel Iran War: ईरान पर अटैक के बाद नेतन्याहू ने पीएम मोदी से की बात, हमले की दी जानकारी
इजरायल ने ऑपरेशन "राइजिंग लायन" के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इसके बाद पीएम नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी, जर्मन चांसलर और फ्रांसीसी राष्ट्रपति से बात की और उन्हें हमले की जानकारी दी।
ईरान पर हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने पीएम मोदी समेत विश्व के कई नेताओं से फोन पर बात की।
Israel Iran War: ईरान पर हवाई हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़, और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से तत्काल बातचीत की है। इजरायली प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं को इस हमले की जानकारी दी।
नेतन्याहू ने बातचीत में कहा कि "ईरान से मिली समाप्ति की धमकी के खिलाफ इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार को इन नेताओं ने समझा है।" इजरायली पीएमओ के अनुसार, नेतन्याहू जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से भी चर्चा करेंगे।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने भी इस बातचीत की पुष्टि की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ''इजराइल के प्रधानमंत्री @netanyahu से फोन आया। उन्होंने मुझे मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। मैंने भारत की चिंताओं को साझा किया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की आवश्यकता पर जोर दिया।''
ऑपरेशन 'राइजिंग लायन'
शुक्रवार(13 जून) सुबह इजरायल ने "ऑपरेशन राइजिंग लायन" नाम से बड़ी कार्रवाई की। इसमें ईरान के यूरेनियम संवर्धन केंद्र, मिसाइल उत्पादन यूनिट्स, और ईरानी सैन्य कमांडरों को निशाना बनाया गया। इसमें इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख हुसैन सलामी के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
इस हमले के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव चरम पर है। इजरायल ने आपातकाल घोषित कर दिया है और मिसाइल व ड्रोन हमलों की आशंका जताई है।
यह अस्तित्व की लड़ाई है: नेतन्याहू
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस कार्रवाई को 'एक आवश्यक और सटीक जवाब' बताया। उन्होंने कहा, ''हम इजरायल के इतिहास के निर्णायक क्षण में हैं। ईरान के परमाणु खतरे को समाप्त करने तक यह अभियान जारी रहेगा।''
इस युद्ध का वैश्विक स्तर पर असर
इजरायल-ईरान टकराव का असर वैश्विक बाजारों पर भी पड़ा है। तेल की कीमतों में तेज उछाल आया है, जबकि कई एयरलाइनों ने ईरान और इजरायल के लिए उड़ानें स्थगित कर दी हैं। मध्य-पूर्व के कई देशों ने अपने हवाई क्षेत्र में सैन्य अलर्ट घोषित कर दिया है।