India–NZ FTA पर शीर्ष नेताओं की प्रतिक्रिया: पीएम मोदी बोले- व्यापार दोगुना होगा, लक्सन ने कहा- कीवी बिजनेस को मिलेगा 1.4 अरब भारतीयों का बाजार

India New Zealand FTA पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, न्यूजीलैंड पीएम क्रिस्टोफर लक्सन और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। नेताओं ने इसे व्यापार, निवेश और रोजगार के लिए ऐतिहासिक करार दिया।

Updated On 2025-12-22 15:20:00 IST

भारत और न्यूजीलैंड के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) फाइनल होने के बाद दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।

India New Zealand FTA: भारत और न्यूजीलैंड के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) फाइनल होने के बाद दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ गई हैं। इस ऐतिहासिक समझौते को भारत–न्यूजीलैंड संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसे व्यापार, निवेश और दीर्घकालिक साझेदारी के लिए निर्णायक कदम करार दिया है।

पीएम मोदी ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि यह भारत–न्यूजीलैंड रिश्तों के लिए बेहद अहम क्षण है। उन्होंने बताया कि पीएम क्रिस्टोफर लक्सन से बातचीत के बाद यह स्पष्ट है कि यह समझौता द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को नई गति देगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह FTA आने वाले पांच वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार को दोगुना करने का आधार तैयार करेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत का युवा वर्ग, स्टार्टअप इकोसिस्टम और सुधार आधारित अर्थव्यवस्था इस साझेदारी को मजबूती प्रदान करेगी।

न्यूजीलैंड पीएम लक्सन बोले- 95% निर्यात पर टैरिफ खत्म

न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने भी इस समझौते को अपने देश के लिए बड़ा अवसर बताया। उन्होंने कहा कि FTA के तहत भारत को किए जाने वाले न्यूजीलैंड के 95 प्रतिशत निर्यात पर टैरिफ या तो खत्म होंगे या काफी कम हो जाएंगे। लक्सन के मुताबिक, इससे अगले कुछ दशकों में न्यूजीलैंड का भारत को निर्यात हर साल 1.1 से 1.3 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। उन्होंने इसे कीवी कारोबारियों के लिए रोजगार, बेहतर वेतन और नए अवसरों से जोड़कर देखा और कहा कि भारत के 1.4 अरब उपभोक्ताओं तक पहुंच न्यूजीलैंड के लिए गेमचेंजर साबित होगी।

पीयूष गोयल का बयान

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस डील को रिकॉर्ड नौ महीनों में पूरा हुआ ऐतिहासिक समझौता बताया। उन्होंने कहा कि इसके लागू होते ही भारत के 100 प्रतिशत निर्यात पर जीरो ड्यूटी मिलेगी। गोयल के अनुसार, इस समझौते से किसान, MSME, कारीगर, महिलाएं और युवा सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगे। टेक्सटाइल, फुटवियर, लेदर, फार्मा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर को इससे नया विस्तार मिलेगा।

पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि न्यूजीलैंड ने अगले 15 वर्षों में भारत में करीब 20 अरब डॉलर के निवेश को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही सेवा क्षेत्र, शिक्षा, हेल्थ, आईटी और छात्र मोबिलिटी को लेकर भी नए रास्ते खुलेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने अपने संवेदनशील कृषि और घरेलू उद्योगों के हितों की पूरी तरह सुरक्षा की है।

कुल मिलाकर, नेताओं की प्रतिक्रियाएं यह संकेत देती हैं कि India–New Zealand FTA केवल व्यापारिक समझौता नहीं, बल्कि दीर्घकालिक रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी की मजबूत नींव है, जिसका असर आने वाले वर्षों में दोनों देशों की अर्थव्यवस्था और रोजगार पर साफ दिखेगा।

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