जेफरी एपस्टीन दस्तावेज विवाद: DOJ वेबसाइट से 16 फाइलें अचानक गायब, ट्रंप वाली फोटो हटने पर सवाल
जेफरी एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज जारी होने के एक दिन बाद DOJ की वेबसाइट से 16 फाइलें गायब हो गईं। ट्रंप, मेलानिया और घिसलेन मैक्सवेल वाली फोटो हटने पर विवाद तेज।
Jeffrey Epstein Files Controversy: DOJ वेबसाइट से 16 दस्तावेज़ गायब, ट्रंप वाली फोटो हटने पर सवाल
अमेरिका में दिवंगत फाइनेंसर और दोषी सेक्स अपराधी Jeffrey Epstein से जुड़े दस्तावेजों को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। United States Department of Justice (DOJ) ने 19 दिसंबर 2025 को एपस्टीन से संबंधित हजारों पन्नों के दस्तावेज सार्वजनिक किए थे, लेकिन अगले ही दिन यानी 20 दिसंबर तक कम से कम 16 अहम फाइलें DOJ की आधिकारिक वेबसाइट से गायब पाई गईं। वेबसाइट से अचानक गायब फोटोज मामले में अमेरिकी राजनीति और सोशल मीडिया पर नई बहस को जन्म दे दिया है।
कौन-सी फाइलें हटाई गईं?
गायब की गई फाइलों में एपस्टीन के घर की कई संवेदनशील तस्वीरें शामिल थीं। इनमें नग्न महिलाओं को दर्शाने वाली पेंटिंग्स, मसाज टेबल की तस्वीरें और सबसे ज्यादा चर्चा में रही वह फोटो शामिल थी, जो एक फर्नीचर की दराज में रखी अन्य तस्वीरों के साथ दिखाई दे रही थी।
इस फोटो में Donald Trump, जेफरी एपस्टीन, Melania Trump और Ghislaine Maxwell एक साथ नजर आ रहे थे। बताया गया है कि यह तस्वीर वर्ष 2000 में मार-ए-लागो में ली गई थी और एपस्टीन के घर में मौजूद एक क्रेडेंजा की दराज में रखी हुई थी।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जो फोटो गायब की गई है, वह वर्ष 2000 में मार-ए-लागो में ली गई थी और एपस्टीन के घर में रखी अन्य कई तस्वीरों के साथ दराज में मौजूद थी। यही वो फोटो है, जो सबसे ज्यादा चर्चा में रही, जिसमें फर्नीचर की दराज (क्रेडेंजा) में रखी तस्वीर में Donald Trump, एपस्टीन, Melania Trump और Ghislaine Maxwell साथ दिखाई दे रहे थे।
DOJ की चुप्पी, अटकलें तेज
इन दस्तावेजों और तस्वीरों को हटाए जाने पर DOJ ने न तो कोई आधिकारिक बयान जारी किया और न ही वेबसाइट पर कोई सार्वजनिक नोटिस लगाया। इस चुप्पी के कारण ऑनलाइन अटकलें तेज हो गईं कि आखिर इन फाइलों को क्यों हटाया गया और इसके पीछे किसका दबाव या निर्देश था।
अमेरिकी House Oversight Committee के डेमोक्रेट सदस्यों ने भी इस पर सवाल उठाए और X पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर यह फोटो हटाई गई है, तो यह जानना जरूरी है कि और क्या छिपाया जा रहा है। उनका कहना है कि अमेरिकी जनता को पूरी पारदर्शिता का अधिकार है।
ट्रंप का नाम लगभग नदारद, क्लिंटन का जिक्र बार-बार
DOJ द्वारा जारी किए गए हजारों पन्नों के दस्तावेजों में कई हाई-प्रोफाइल नामों का उल्लेख बार-बार सामने आता है। इनमें पूर्व राष्ट्रपति Bill Clinton का नाम प्रमुख रूप से दर्ज है, लेकिन इसके उलट डोनाल्ड ट्रंप का नाम लगभग नदारद है।
यह तब है, जब एपस्टीन और ट्रंप के पुराने सामाजिक संबंध पहले से सार्वजनिक रिकॉर्ड में मौजूद रहे हैं। ट्रंप ने हमेशा एपस्टीन की आपराधिक गतिविधियों से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है और अब तक उनके खिलाफ इस मामले में कोई औपचारिक आरोप भी नहीं लगाए गए हैं।
सबसे अहम दस्तावेज अब भी गायब
इस दस्तावेजी रिलीज में मुख्य रूप से एपस्टीन के न्यूयॉर्क और वर्जिन आइलैंड्स स्थित घरों की हजारों तस्वीरें शामिल हैं। इसके बावजूद कई अहम रिकॉर्ड अब भी सामने नहीं आए हैं। पीड़ितों के FBI इंटरव्यू, चार्जिंग फैसलों से जुड़े आंतरिक मेमो और एक 119 पेज का ग्रैंड जूरी दस्तावेज या तो पूरी तरह गायब हैं या फिर पूरी तरह ब्लैक आउट कर दिए गए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि एपस्टीन से जुड़े लाखों पेज के रिकॉर्ड अब भी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, जिससे उसके पूरे नेटवर्क और उसे रोकने में नाकाम रहे सिस्टम की असली तस्वीर अब भी अधूरी है।
पीड़ित और सांसद नाराज
कांग्रेस द्वारा तय की गई समय-सीमा के बावजूद सभी दस्तावेज जारी न होने से पीड़ितों और पारदर्शिता की मांग करने वाले सांसदों में गहरी निराशा है। DOJ का तर्क है कि पीड़ितों की गोपनीयता की रक्षा के लिए सामग्री को धीरे-धीरे सार्वजनिक किया जा रहा है। हालांकि, दोनों दलों के विधेयक प्रायोजकों रो खन्ना और थॉमस मैसी ने रेडैक्शन और देरी को लेकर कड़ी आलोचना की है।
कुल मिलाकर, यह दस्तावेजी रिलीज अभी भी जेफरी एपस्टीन के प्रभावशाली नेटवर्क और अमेरिकी तंत्र की विफलताओं की पूरी सच्चाई को उजागर करने से काफी दूर नजर आती है। सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि आखिर क्या-क्या छिपाया जा रहा है और अमेरिकी जनता को पूरा सच कब तक पता चलेगा।