Jio True 5G: तेजी से बढ़ रहा जियो 5G का नेटवर्क, 9 करोड़ से ज्यादा कस्टमर्स को जोड़ा; 38.1 अरब GB डेटा खर्च किया
रियालंस जियो ग्रुप ने तेजी से अपने 5G नेटवर्क में विस्तार किया है। इसी के बदौलत उसने अपने 5G कस्टमर्स की संख्या 9 करोड़ को पार कर ली है। कंपनी का दावा है कि उसने भारत में सबसे तेज 5G नेटवर्क को रोल आउट किया है।
Jio True 5G: जियो के 5जी नेटवर्क के साथ 9 करोड़ से ज्यादा ग्राहक जुड़ चुके हैं। इस आंकड़े के साथ कंपनी ने कुछ रिकॉर्ड भी बनाए हैं। रिलायंस जियो ट्रू 5जी नेटवर्क के साथ देशभर के 9 करोड़ से ज्यादा ग्राहक जुड़ चुके हैं। रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अक्टूबर 2022 में जियो ट्रू 5जी नेटवर्क की शुरुआत की थी।
इस उपलब्धि के बाद कंपनी की ओर से दावा किया गया है कि जियो ने दुनिया में सबसे तेज 5जी सर्विस को रोलआउट किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों में यह बात सामने आई है।
कुल ग्राहकों की संख्या 47 करोड़ पार
आपको बता दें कि जियो ट्रू 5जी के 9 करोड़ ग्राहकों को मिलाकर अब रिलायंस जियो के कुल ग्राहकों की संख्या 47 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। कंपनी ने बताया कि जियो नेटवर्क पर इंटरनेट डेटा खर्च करने का आंकड़ा 31.5% बढ़कर 38.1 अरब जीबी तक जा पहुंचा है।
इसके अलावा कंपनी ने एक और खास जानकारी दी है कि रिलायंस जियो के पूरे डेटा ट्रैफिक का करीब एक चौथाई ट्रैफिक अब जियो ट्रू 5जी नेटवर्क पर शिफ्ट हो गया है। इस हिसाब से 9 अरब जीबी से अधिक का डेटा ट्रैफिक लोड अब जियो का 5जी नेटवर्क संभाल रहा है। इसके अलावा कंपनी ने इस बात का भी दावा किया है कि अब रिलायंस जियो पर कॉलिंग यानी बात करने का समय भी बढ़कर 1.37 ट्रिलियन मिनट हो गया है।
जियो ने किया सबसे तेज 5G रोलआउट
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने इस मौके पर कहा “जियो ने दुनिया का सबसे तेज़ 5जी रोलआउट पूरा कर लिया है और अब यह पूरे भारत में उपलब्ध है। उन्होंने आगे कहा कि जियो एयरफाइबर (JioAirFiber) को लेकर ग्राहकों ने काफी अच्छी प्रतिक्रिया दी है। खासतौर पर टियर 3 और 4 के कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में JioAirFiber को मजबूत शुरुआत मिली है।
कंपनी को 5,445 करोड़ का मुनाफा
रिलायंस जियो ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अब कंपनी का कुल मुनाफा बढ़कर 5,445 करोड़ रुपए हो गया है। हालांकि कंपनी के लिए प्रति ग्राहक प्रति महीने का औसत रेवेन्यू में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसका मुख्य कारण 5जी नेटवर्क के लिए की जा रही मुफ्त टेस्टिंग है, जिसके जरिए ग्राहकों से कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है।