उत्तराखंड में भारी बारिश: पहाड़ से लेकर मैदान तक तबाही, नदी-नालों में उफान, कई रास्ते बंद | मौसम अलर्ट
उत्तराखंड में भारी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। कई इलाकों में भूस्खलन और जलभराव की स्थिति बनी है। जानें राहत-बचाव कार्य, मौसम अलर्ट।
उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही, रास्ते बंद; जानिए पल-पल की अपडेट
ग्राउंड जीरो रिपोर्ट: देहरादून से अरुण सैनी, उत्तरकाशी से यशराज आनंद और सुभाष बडोनी, हल्द्वानी से संजय प्रसाद, काशीपुर से अजहर मलिक और मसूरी से सुनील सोनकर।
Uttarakhand Rain Live Updates: उत्तराखंड में पिछले दो दिन जारी मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं, तो निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने से अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
हमारे रिपोर्टर्स ग्राउंड से पल-पल की ताजा जानकारी दे रहे हैं। राहत और बचाव कार्य, मौसम अपडेट, स्कूल बंदी, ट्रैफिक अलर्ट और स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों की हर खबर लाइव ब्लॉग में पढ़िए।
Uttarakhand me bhari barish Live Updates: उत्तराखंड मौसम अपडेट
दिल्ली विधानसभा ने आज उत्तरकाशी में आई अचानक बाढ़ के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। सदस्यों ने मंगलवार को उत्तरकाशी में आई अचानक बाढ़ के पीड़ितों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा।
अब तक धराली से भटवारी तक हेलीकॉप्टर रेस्क्यू के जरिए 15 लोगों को बचाया जा चुका है। दो गंभीर रूप से घायल जवानों को भी एयरलिफ्ट करके आईटीबीपी अस्पताल पहुंचाया गया है। दोनों जवानों की पहचान राइफलमैन केशव और राइफलमैन वीरेंद्र के रूप में हुई है।
हर्षिल और धराली में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। पुलिस, सेना, ITBP, NDRF, SDRF, FIRE सहित अन्य आपदा दल प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। अब तक 8 स्थानीय लोग, 2 नेपाली मूल के व्यक्ति और 9 सेना के जवान लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें से रेस्क्यू टीम ने एक स्थानीय व्यक्ति के शव को बरामद किया है। गंगनानी के पास मार्ग अवरुद्ध होने के कारण उत्तरकाशी के जिलाधिकारी श्री प्रशांत आर्य और पुलिस अधीक्षक श्रीमती सरिता डोबाल भटवाड़ी हेलीपैड से हेलीकॉप्टर के माध्यम से हर्षिल और धराली के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना हुए हैं।
उत्तरकाशी के धराली-हर्षिल क्षेत्र में बादल फटने से राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। इस आपदा के बाद मार्ग को फिर से खोलने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। प्रशासन, पुलिस, NDRF, SDRF, ITBP और सेना की टीमें दिन-रात राहत व बचाव कार्यों में जुटी हैं। भारी मलबे, क्षतिग्रस्त पुलों और सड़कों की मरम्मत के लिए मशीनरी तैनात की गई है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आपूर्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास हो रहे हैं। शासन की निरंतर निगरानी में पुनर्निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
मसूरी के मोतीलाल नेहरू मार्ग पर देर रात भारी बारिश के कारण एक बड़े होटल की सुरक्षा दीवार ढह गई, जिससे सड़क मलबे और चट्टानों से भर गई। रात को कुछ देर के लिए मार्ग खोला गया, लेकिन दोबारा भूस्खलन ने इसे पूरी तरह बंद कर दिया। 15 घंटे बाद भी सड़क बंद है, जिससे स्थानीय लोग और पर्यटक परेशान हैं। स्थानीय निवासी राजेंद्र राणा ने प्रशासन की सुस्ती पर नाराजगी जताई और कहा कि लोक निर्माण विभाग या प्रशासन का कोई अधिकारी मौके पर नहीं दिखा। उन्होंने होटल के अवैध निर्माण और ऊंचे पुष्ते की अनुमति पर सवाल उठाए। राणा ने मसूरी में अवैध खनन और अनियंत्रित निर्माण को आपदा की जड़ बताया और चेतावनी दी कि यदि प्रशासन नहीं जागा तो मसूरी में थराली जैसी त्रासदी हो सकती है।
हरिद्वार: गंगा का पानी खतरे के निशान के ऊपर, प्रशासन अलर्ट
हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है। भीमगोडा बैराज पर गंगा पानी खतरे का निशान 294 को पार कर लिया है। सिंचाई विभाग के अधिकारी एसडीओ भारत भूषण ने बताया कि विभागीय अधिकारी जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर लोगों को नदी से दूर रहने की हिदायत दी है। लक्सर और खानपुर क्षेत्र के गंगा से लगे कुछ गांव के खेतों में गंगा का पानी घुसने लगा है। इससे किसानों में फसलों को लेकर चिंता बनी हुई है। पहाड़ी इलाकों में बारिश अगर इसी तरह जारी रही तो हरिद्वार के कुछ मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
उत्तरकाशी में अगले 24 घंटे जारी रहेगा बारिश का दौर
उत्तरकाशी जिले में अगले 24 घंटे बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने कुछ जगह तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। जबकि, जिले के ज्यादातर इलाकों में मध्यम बारिश की संभावना जताई है। बताया कि अगले 6 घंटे आसमान आबादलों से ढंका रहेगा। दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे के बीच कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड: भारी बारिश से 175 सड़कें बंद, चारधाम यात्रा चालू
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण 175 सड़कें बंद हैं, जिसमें पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई, और पेंच नेशनल हाईवे की सड़कें शामिल हैं, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित है। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता राजेश कुमार शर्मा के अनुसार, इन सड़कों को खोलने के लिए 668 मशीनें तैनात की गई हैं, और मैनपावर का उपयोग कम हो रहा है।
चारधाम यात्रा मार्ग फिलहाल सुचारू हैं, और पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र में भी आवागमन जारी है, जहां सड़क बंद होने की कोई सूचना नहीं है। मुख्य अभियंता ने बताया कि लगातार बारिश के बावजूद, अगले एक-दो दिन में बंद सड़कें खुलने की उम्मीद है
CM धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण, राहत कार्यों की समीक्षा
उत्तरकाशी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार, 6 अगस्त 2025 को उत्तरकाशी जिले के धराली बाजार, हर्षिल और आसपास के क्षेत्रों में बादल फटने और बाढ़ से हुई भारी तबाही का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया और राहत व बचाव कार्यों की प्रगति का आकलन किया।
इसके बाद, मुख्यमंत्री धामी उत्तरकाशी के स्मार्ट कंट्रोल रूम पहुंचे, जहां वे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की गहन समीक्षा कर रहे हैं। धराली में मंगलवार को बादल फटने से खीर गंगा नदी में आई बाढ़ ने 4 लोगों की जान ले ली और 50 से अधिक लोग लापता हैं। अब तक 138 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय प्रशासन युद्धस्तर पर राहत कार्यों में जुटे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह स्वयं स्थिति की निरंतर निगरानी कर रहे हैं और केंद्र सरकार के साथ समन्वय बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
राज्य सरकार ने आपदा से निपटने के लिए 20 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है, और स्वास्थ्य विभाग ने दून मेडिकल कॉलेज, एम्स ऋषिकेश, और कोरोनेशन अस्पताल में बेड आरक्षित किए हैं। तीन मनोचिकित्सकों को भी मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए धराली में तैनात किया गया है।
उत्तरकाशी धराली आपदा: स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, बेड आरक्षित, मनोचिकित्सक तैनात
उत्तरकाशी: धराली क्षेत्र में बादल फटने से आई भीषण आपदा के बाद स्वास्थ्य विभाग को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हाई अलर्ट मोड में रखा गया है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि आपदा प्रभावित लोगों को त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
चिकित्सा व्यवस्था का विवरण
- दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल, देहरादून: 150 जनरल बेड, 50 ICU बेड
- कोरोनेशन जिला चिकित्सालय, देहरादून: 80 जनरल बेड, 20 ICU बेड
- एम्स, ऋषिकेश: 50 जनरल बेड, 20 ICU बेड