char dham update: केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, बाबा केदार की डोली उखीमठ रवाना

केदारनाथ धाम के कपाट गुरुवार सुबह बंद कर दिए गए। बाबा केदार की डोली मंत्रोच्चार और बैंड की धुनों के साथ उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुई। इस वर्ष चार धाम यात्रा में अब तक 45 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।

Updated On 2025-10-23 10:46:00 IST

रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड: श्री केदारनाथ धाम के कपाट गुरुवार सुबह विधि-विधान और भक्तिमय माहौल में शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के बाद बाबा केदार की पंचमुखी डोली मंत्रोच्चार और गढ़वाल राइफल्स बैंड की मधुर धुनों के बीच उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुई, जहां छह महीने तक उनकी पूजा-अर्चना होगी।

चार धाम में तीन धामों के कपाट बंद

चार धामों में से अब तक तीन धामों- गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं। अब केवल बद्रीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को बंद होंगे, जिसके साथ चार धाम यात्रा 2025 का औपचारिक समापन होगा।

रातभर खुले रहे बाबा केदार के द्वार

बद्री-केदार मंदिर समिति के अनुसार, कपाट बंद होने से पहले भक्तों के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था की गई थी। भक्त मध्यरात्रि से सुबह 4 बजे तक बाबा केदार के दर्शन कर सके। सुबह 5 से 6 बजे तक बाबा की समाधि पूजा की गई, इसके बाद स्वयंभू शिवलिंग को परंपरागत रूप से भस्म, अनाज, फल, फूल, रुद्राक्ष और सफेद वस्त्र से ढका गया। सुबह 6 बजे आंतरिक गर्भगृह और 8:30 बजे मुख्य पूर्वी द्वार को बंद कर दिया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की पूजा-अर्चना

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कपाट बंद होने से पहले केदारनाथ में पूजा-अर्चना की। कार्यक्रम के अनुसार, बाबा केदार की डोली 24 अक्टूबर को रामपुर में रात्रि विश्राम के बाद 25 अक्टूबर को उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी, जहां अगले छह महीनों तक पूजा जारी रहेगी।

श्रद्धालुओं का अपार उत्साह

कपाट बंद होने के अवसर पर केदारघाटी ‘हर हर महादेव’ और ‘जय बाबा केदार’ के जयघोष से गूंज उठी। मंदिर को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया था। इस वर्ष 30 अप्रैल से अब तक 45 लाख से अधिक श्रद्धालु चार धामों के दर्शन कर चुके हैं, जो इस यात्रा की ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।

Tags:    

Similar News