विवादित बोल: सपा सांसद सनातन पांडे ने पुलवामा हमले को बताया भाजपा की साजिश

बीजेपी ने इसे शहीदों का अपमान बताते हुए तीखा पलटवार किया है, जिससे यूपी की सियासत गरमा गई है।

Updated On 2025-12-31 20:03:00 IST

सनातन पांडे के इस बयान पर भाजपा ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।

बलिया: बलिया से समाजवादी पार्टी के सांसद सनातन पांडे ने एक अत्यंत विवादित बयान देते हुए 2019 के पुलवामा आतंकी हमले को भारतीय जनता पार्टी की एक सुनियोजित साजिश करार दिया है।

सांसद ने आरोप लगाया कि सत्ता पाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था। उनके इस बयान के बाद न केवल बलिया बल्कि पूरे प्रदेश की राजनीति गरमा गई है और भाजपा ने इसे देश के शहीदों का अपमान बताते हुए सपा पर तीखा हमला बोला है।

सांसद के आरोपों का आधार और विवादित तर्क

सांसद सनातन पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि पुलवामा हमला कोई आतंकी घटना नहीं, बल्कि चुनाव जीतने के लिए रची गई एक राजनीतिक साजिश थी।

उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी भारी मात्रा में आरडीएक्स वहां कैसे पहुंचा और सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? सांसद ने यह भी दावा किया कि इस घटना का फायदा उठाकर भाजपा ने राष्ट्रवाद की लहर पैदा की और 2019 का लोकसभा चुनाव जीता।

उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह केंद्र सरकार की मंशा पर सीधे सवाल उठा रहे हैं।

बलिया की जमीन पर सियासी उबाल और विरोध

इस बयान के सामने आते ही बलिया में स्थानीय स्तर पर भारी विरोध देखा जा रहा है। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं और विभिन्न संगठनों ने सनातन पांडे के खिलाफ नारेबाजी की है।

बलिया के लोगों का कहना है कि मंगल पांडे की इस धरती से देश के सैनिकों के बलिदान पर सवाल उठाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। स्थानीय सोशल मीडिया ग्रुप्स और चर्चाओं में लोग इस बयान को सेना के मनोबल को गिराने वाला बता रहे हैं। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने मांग की है कि सांसद को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।

भाजपा का पलटवार और केंद्रीय नेतृत्व की प्रतिक्रिया

सनातन पांडे के इस बयान पर भाजपा ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। भाजपा प्रवक्ता मोहसिन रजा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से तुष्टीकरण की राजनीति करती आई है और अब वे देश की सुरक्षा और शहीदों पर भी राजनीति कर रहे हैं।

भाजपा का कहना है कि यह बयान केवल सनातन पांडे का नहीं, बल्कि सपा की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने इसे पाकिस्तान को 'क्लीन चिट' देने जैसा बताया और निर्वाचन आयोग से भी इस पर संज्ञान लेने की अपील की है।

सपा की सफाई और आगामी राजनीतिक परिणाम

जहां एक ओर सनातन पांडे अपने बयान पर अड़े नजर आ रहे हैं, वहीं समाजवादी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इसे सांसद का 'निजी विचार' बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है।

हालांकि, विपक्ष इस मुद्दे को छोड़ने के मूड में नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के संवेदनशील बयानों से आगामी चुनावों में ध्रुवीकरण बढ़ सकता है।

सुरक्षा बलों के अपमान का मुद्दा बनाकर भाजपा इसे बड़े चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकती है, जिससे सपा के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

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