रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ: राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी में की आरती, अयोध्या में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी ने हनुमानगढ़ी में आरती की और रामलला का 121 कलशों से महाभिषेक किया।
अयोध्या को आज 5 जोन और 10 सेक्टर में बांटकर अभेद्य सुरक्षा घेरे में रखा गया
अयोध्या: प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ के पावन अवसर पर आज अयोध्या नगरी पूरी तरह राममय हो गई है। इस ऐतिहासिक पाटोत्सव में सम्मिलित होने के लिए देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे।
रक्षा मंत्री ने मुख्य यजमान के रूप में रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। सुबह से ही अयोध्या के मठ-मंदिरों में विशेष उत्सव का माहौल है और लाखों श्रद्धालु इस अलौकिक क्षण के साक्षी बनने के लिए रामनगरी में उपस्थित हैं।
22 जनवरी 2024 को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद तिथि के अनुसार यह दूसरा बड़ा अवसर है जब पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ: देखिए तस्वीरें और वीडियो
हनुमानगढ़ी में दर्शन और संतों का आशीर्वाद
अयोध्या पहुंचते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले संकटमोचन हनुमानगढ़ी मंदिर में मत्था टेका। यहा दोनों नेताओं ने बजरंगबली की आरती उतारी और देश के कल्याण की कामना की।
इस दौरान एक भावुक दृश्य तब देखने को मिला जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हनुमानगढ़ी के महंत के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। संतों ने रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को रामनामी ओढ़ाकर और प्रसाद देकर सम्मानित किया।
इसके पश्चात दोनों नेता राम जन्मभूमि परिसर के लिए रवाना हुए, जहाँ उन्होंने रामलला के विग्रह के समक्ष दंडवत प्रणाम किया और विशेष पूजन में भाग लिया।
रामलला का 121 कलशों से महाभिषेक और दिव्य शृंगार
प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी के मुख्य अनुष्ठान के तहत राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रामलला का भव्य पाटोत्सव मनाया गया। जगद्गुरु मध्वाचार्य के सानिध्य में विद्वान आचार्यों ने 121 कलशों के पवित्र जल और पंचामृत से प्रभु का महाभिषेक संपन्न किया।
आज के विशेष दिन के लिए रामलला को रत्नजड़ित पीले स्वर्ण वस्त्र धारण कराए गए हैं और पूरे मंदिर परिसर को क्विंटल भर फूलों से महकाया गया है। भगवान को आज विशेष 'छप्पन भोग' लगाया गया है।
27 दिसंबर से शुरू हुए पांच दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान की आज पूर्णाहूति हुई, जिसमें राजनाथ सिंह ने यजमान की भूमिका निभाते हुए विश्व शांति की प्रार्थना की।
अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर 65 मीटर ऊंचा धर्म ध्वज
राम मंदिर परिसर में निर्मित सात प्रमुख मंदिरों की कड़ी में आज मां अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर भव्य धर्म ध्वजारोहण किया गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधि-विधान से पूजा के बाद मंदिर के 65 मीटर ऊंचे शिखर पर केसरिया ध्वज फहराया।
इस दौरान सेना की टुकड़ी ने ध्वज को सलामी दी और परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं ने 'जय श्री राम' के जयकारों से आकाश गुंजा दिया। सीता रसोई के प्रतीक इस मंदिर पर ध्वजारोहण को अयोध्या के सांस्कृतिक वैभव की पूर्णता के रूप में देखा जा रहा है।
रक्षा मंत्री ने इसे भारत के सांस्कृतिक पुनरुत्थान का एक स्वर्णिम क्षण बताया।
अंगद टीला से संबोधन और सुरक्षा के कड़े प्रबंध
धार्मिक अनुष्ठानों के बाद राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के निकास द्वार के पास स्थित 'अंगद टीला' पर उपस्थित जनसमूह और साधु-संतों को संबोधित किया। राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राम मंदिर का निर्माण भारत की सामूहिक संकल्प शक्ति का परिणाम है।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए प्रशासन को निर्देशित किया कि आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
अयोध्या को आज 5 जोन और 10 सेक्टर में बांटकर अभेद्य सुरक्षा घेरे में रखा गया है। श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए सुग्रीव पथ और भक्ति पथ पर विशेष इंतजाम किए गए हैं।