यूपी भाजपा कोर ग्रुप बैठक: मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन फेरबदल की तैयारीयां तेज़
लखनऊ में आयोजित यूपी भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में मकर संक्रांति के बाद योगी मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में फेरबदल पर निर्णय लिया गया।
इस विस्तार में करीब आधा दर्जन नए चेहरों को जगह मिलने की उम्मीद है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजनीति में मकर संक्रांति के बाद बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। राजधानी लखनऊ में आयोजित भाजपा कोर ग्रुप की महत्वपूर्ण बैठक में योगी सरकार के आगामी मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में व्यापक फेरबदल को लेकर गहन मंथन किया गया। नए प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस पहली बैठक ने राज्य की भावी राजनीतिक दिशा तय कर दी है। बैठक में न केवल सरकार और संगठन के तालमेल पर चर्चा हुई, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को साधने की रणनीति भी बनाई गई।
मकर संक्रांति के बाद योगी मंत्रिमंडल का होगा विस्तार
बैठक का मुख्य केंद्र बिंदु योगी मंत्रिमंडल का संभावित विस्तार रहा। सूत्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के शुभ अवसर के बाद राजभवन में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। इस विस्तार में करीब आधा दर्जन नए चेहरों को जगह मिलने की उम्मीद है। चर्चा है कि इस फेरबदल के जरिए पश्चिम यूपी से लेकर बुंदेलखंड तक के समीकरणों को संतुलित किया जाएगा। कई वर्तमान मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा भी की गई है, जिसके आधार पर कुछ के विभागों में बदलाव या छुट्टी भी संभव है।
भूपेन्द्र चौधरी को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी की भूमिका को लेकर भी इस बैठक में बड़े संकेत मिले हैं। संगठन में सफल कार्यकाल के बाद अब उन्हें योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किए जाने की प्रबल संभावना है।
जाट बिरादरी के बड़े नेता होने के नाते भूपेन्द्र चौधरी को सरकार में शामिल कर भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना आधार और मजबूत करना चाहती है। उन्हें पंचायती राज या किसी अन्य महत्वपूर्ण विभाग की कमान सौंपी जा सकती है, जिससे सरकार के भीतर उनका कद और बढ़ेगा।
पंकज चौधरी की अध्यक्षता में पहली बैठक और दिग्गजों की मौजूदगी
पंकज चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद यह पहली आधिकारिक कोर ग्रुप बैठक थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशेष उपस्थिति ने बैठक की गंभीरता को रेखांकित किया। बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे, जिन्होंने आगामी चुनावों के लिए अपने-अपने सुझाव साझा किए। पंकज चौधरी ने स्पष्ट किया कि संगठन और सरकार के बीच बेहतर समन्वय ही पार्टी की जीत का मुख्य मंत्र होगा।
आरएसएस की उपस्थिति और रणनीतिक खाका
इस बैठक की सबसे खास बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल और महेंद्र की उपस्थिति रही। संघ के पदाधिकारियों की मौजूदगी इस बात का प्रमाण है कि भाजपा कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले वैचारिक तालमेल सुनिश्चित कर रही है।
बैठक में तय किया गया कि कोर ग्रुप में हुई चर्चा की विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी स्वयं दिल्ली जाकर केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे। इसके बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार और जिला स्तर पर होने वाले संगठनात्मक बदलावों पर अंतिम मुहर लगेगी।