बरेली में हंगामा: मौलाना के समर्थन में पहुंची भीड़ ने की पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और हंगामा, तौकीर रजा बोले- हमारा घर तोड़ा तो शांत नहीं बैठेंगे

Bareilly stone pelting incident: उत्तराखंड के हलद्वानी में हिंसा के ठीक एक दिन बाद उत्तरप्रदेश के बरेली में एक मौलाना के समर्थकों ने हंगामा किया। मौलाना तौकीर रजा के बुलावे पर पहुंचे लोगों ने पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की।

Updated On 2024-02-09 17:55:00 IST
उत्तर प्रदेश के बरेली में मौलाना तौकीर रजा के समर्थकों ने पत्थरबाजी की।

Bareilly stone pelting incident : उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा के एक दिन बाद ही उत्तर प्रदेश की बरेली में भी हिंसा की घटनाएं सामने आईं। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौकीर रजा मौलाना तौकीर रजा (Maulana Tauqeer Raza) ने ज्ञानवापी पर आए फैसले को लेकर जेल भरों का आह्वान किया था। मौलाना शुक्रवार को दरगाह आला हजरत पर नमाज पढ़ने पहुंचे। उनके बुलावे पर इस्लामिया ग्राउंड में भारी भीड़ पहुंची। इस भीड़ ने दो लोगों पर हमला किया। उनकी बाइक तोड़ दी। पत्थरबाजी की और जमकर उत्पात मचाया।

बरेली के श्यामगंज इलाके में हुआ हंगामा
मौलाना तौकीर राजा ने ज्ञानवापी के फैसले के खिलाफ शुक्रवार करीब तीन बजे बिहारीपुर पुलिस चौकी के पास गिरफ्तारी दी। इस दौरान पुलिस और मौलाना समर्थकों के बीच झड़प भी हुई। मौलाना ने पुलिस पर अपने समर्थकों के साथ धक्का मुक्की करने का आरोप भी लगाया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। तौकीर अपने घर लौट गए। मौलाना के घर लौटने की जानकारी मिलने के बाद उनके समर्थन में आई भीड़ भी इस्लामिया ग्राउंड से लौटने लगी। हालांकि मौलाना समर्थक श्यामगंज में पहुंचे तो हंगामा शुरू कर दिया।

दो बाइक सवारों से की मारपीट
मौलाना समर्थकों ने आजाद इंटर कॉलेज के सामने दो युवकों की पिटाई कर दी। अराजक तत्वों ने  कमल शर्मा और समीर सागर नामक दो युवकों को बेरहमी से पीटा। उनकी बाइक तोड़ दी। इसके बाद अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही श्यामगंज चौराहे पर मौजूद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जब खदेड़ा तो मौलना समर्थक वहां से भाग गए। 

गिरफ्तारी से पहले क्या बोले मौलाना
मौलाना तौकरी रजा ने गिरफ्तारी से पहले अपने समर्थकों से कहा कि कोई घर तोड़ेगा तो शांत नहीं बैठेंगे। हम अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे। मौलाना ने हल्द्वानी में हुईं हिंसा के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जिम्मेदार ठहराया। इसके साथ ही उत्तराखंड सीएम के लिए अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया। मैं अपनी गिरफ्तारी देने के लिए जा रहा हूं। यह गिरफ्तारी ऐसी नही होगी कि अभी जाऊं और अभी रिहा हो जाऊं। हो सकता है कि मुझ पर गंभीर धाराएं लगाई जाएं। मुझे दूसरी जेल में दूर भेज दिया जाए। इसलिए जो मेरे साथ गिरफ्तार होना चाहते हैं वह पहले ही सोच लें। अगर दिल में खौफ हो तो गिरफ्तारी नहीं दें। मैं अमन चैन की दुआ करने के बाद गिरफ्तारी दूंगा। 

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