स्कूल बंद, आंखों में आंसू: UP के महाराजगंज में विद्यालय बंद हुआ तो बिलख पड़े बच्चे; देखें Video

उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में प्राथमिक विद्यालय के अचानक बंद होने से बच्चे फूट-फूटकर रो पड़े। स्कूल विलय के फैसले से दिव्यांग और छोटे बच्चों को हो रही भारी परेशानी।

Updated On 2025-07-22 22:51:00 IST

महाराजगंज: रुद्रपुर भुरहुती प्राथमिक विद्यालय के गेट पर रोते बच्चे। 

UP Maharajganj School Viral Video : उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के रुद्रपुर भुरहुती गांव से दिल दहला देने वाला Video सामने आया है। यहां योगी सरकार की मर्जीकरा नीति के तहत एक प्राथमिक स्कूल बंद हुआ तो बच्चे फूट फूटकर रोने लगे। कम छात्र संख्या का हवाला देकर सरकार ने इस स्कूल को कस्तूरटन प्राथमिक विद्यालय में मर्ज कर दिया है, लेकिन बच्चों और अभिभावकों को पहले से कोई सूचना तक नहीं दी गई। 

सोमवार सुबह, छोटे-छोटे बच्चे यूनिफॉर्म में सजधजकर जब स्कूल पहुंचे और उन्हें गेट बंद मिला तो वे हैरान-परेशान और भावुक हो गए। एक बच्चा अपनी शिक्षिका से लिपटकर रोने लगा। बोला – "मैडम जी, हम कहीं नहीं जाएंगे। हम यहीं पढ़ेंगे...। वहीं, दिव्यांग छात्रा ने नए स्कूल तक पहुंच पाने की बेबसी और कठिनाई का जिक्र करते हुए रोने लगी। 


शिक्षकों-अभिभावकों ने उठाए फैसले पर सवाल 

शिक्षिका अमिता राय और रीना शर्मा ने बताया कि नए स्कूल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। वहां शौचालय की हालत खराब है, दिव्यांग छात्रों के लिए कोई सुविधा नहीं है। अभिभावकों ने भी आरोप लगाया कि यह फैसला बिना तैयारी और परामर्श के लिया गया है। इससे बच्चों के शैक्षणिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।

बड़े सवाल जो उठते हैं

  • बच्चों को बिना सूचित किए स्कूल क्यों बंद किया गया?
  • क्या प्रशासन ने दिव्यांग छात्रों की ज़रूरतों पर विचार किया?
  • क्या सामुदायिक बैठक या अभिभावकों से सलाह ली गई थी?
  • नए स्कूल की दूरी और हालात की समीक्षा क्यों नहीं हुई?

FAQ

Q1. कौन-सा स्कूल बंद किया गया है?

A. रुद्रपुर भुरहुती गांव का प्राथमिक विद्यालय।

Q2. बच्चों को अब कहाँ भेजा गया है?

A. कस्तूरटन प्राथमिक विद्यालय में स्थानांतरित किया गया है।

Q3. स्कूल बंद होने से सबसे ज़्यादा परेशानी किसे हो रही है?

 A. छोटे और दिव्यांग बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है।

Q4. क्या नए स्कूल में सुविधाएं उपलब्ध हैं?

A. नहीं, वहाँ शौचालय की स्थिति खराब है और दिव्यांग छात्रों के लिए कोई विशेष सुविधा नहीं है।

Q5. क्या इस फैसले से पहले परामर्श किया गया था?

A. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फैसला अचानक और बिना स्थानीय समुदाय की भागीदारी के लिया गया।


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