'मेक इन यूपी' को मिली बड़ी ताकत: जीएसटी में कटौती से सस्ता होगा जूता-चप्पल, चमकेगा कानपुर का चमड़ा उद्योग
Kanpur Leather Industry News: कानपुर के चमड़ा और फुटवियर उद्योग को जीएसटी दरों में कटौती से बड़ी राहत मिली है। अब जूते-चप्पल होंगे सस्ते और निर्यात को मिलेगा बढ़ावा। जानें पूरी डिटेल।
जीएसटी कटौती से कानपुर के चमड़ा उद्योग को फायदा।
Kanpur Leather Industry: कानपुर का चमड़ा और फुटवियर उद्योग अब और मजबूत होने जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के बाद अब जीएसटी दरों में भारी कटौती ने कारोबारियों और उपभोक्ताओं दोनों को राहत दी है। यह फैसला कानपुर को वैश्विक चमड़ा बाजार में नई पहचान दिलाने में अहम साबित होगा।
तीन बड़े फैसलों ने कारोबारियों का उत्साह बढ़ाया
इस साल कानपुर के कारोबारियों को लगातार तीन बड़े फैसलों से राहत मिली है:
- केंद्र का 6,600 करोड़ का पैकेज – आधुनिक तकनीक, स्किल डेवलपमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार के लिए।
- यूपी सरकार की नई चर्म एवं फुटवियर नीति – निवेशकों को आकर्षित करने और उद्योग को सहयोग देने के लिए।
- जीएसटी दर में कटौती – फिनिश्ड लेदर पर टैक्स 12% से घटाकर सिर्फ 5% कर दिया गया।
आम उपभोक्ताओं को भी फायदा
अब 1,000 से 2,500 रुपए तक के जूतों पर सिर्फ 5% जीएसटी लगेगा, पहले यह 12% था। यानी मध्यम वर्ग को सीधे तौर पर सस्ते जूते और चप्पल का फायदा मिलेगा। हालांकि, 2,500 रुपए से ऊपर के जूतों पर 18% जीएसटी पहले की तरह लागू रहेगा।
निर्यात और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
कानपुर, जिसे 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट (ODOP)' के तहत चमड़ा उद्योग का हब बनाया गया है, हर साल लगभग 35,000 करोड़ रुपS का निर्यात करता है। जीएसटी में कटौती से न सिर्फ घरेलू मांग बढ़ेगी बल्कि निर्यात में भी उछाल आएगा। इससे हजारों नए रोजगार पैदा होंगे और कानपुर की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।