योगी सरकार का 'महा मंथन': विकास योजनाओं का करेंगे लेखा-जोखा! शीतकालीन सत्र की तैयारी पर होगी चर्चा
एजेंडा में वित्तीय स्वीकृतियों, विभागीय प्रगति की समीक्षा और 'टॉप-10 डैशबोर्ड' के बिंदुओं पर चर्चा शामिल है। विधानमंडल के शीतकालीन सत्र को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी।
इस बैठक में 19 दिसंबर से शुरू हो रहे यूपी विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के विधायी एजेंडे पर भी चर्चा होगी।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज लखनऊ में एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं। जिसमें प्रदेश के सभी मंत्री, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्री मौजूद रहेंगे।
इस बैठक को आने वाले दिनों की सरकारी प्राथमिकताओं और कार्यशैली का संकेतक माना जा रहा है, जिसमें विकास योजनाओं और महत्वपूर्ण प्रस्तावों की गहन समीक्षा की जाएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी पत्र में सभी मंत्रियों और अधिकारियों को बैठक शुरू होने से 15 मिनट पहले अनिवार्य रूप से पहुंचने का निर्देश दिया है।
प्रमुख एजेंडा - विकास और वित्तीय स्वीकृतियों की समीक्षा
बैठक का मुख्य फोकस प्रदेश की विकास योजनाओं की समीक्षा पर रहेगा। मुख्यमंत्री उन सभी योजनाओं की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेंगे जिनके लिए पहले से समयसीमा तय की गई थी। इसके साथ ही, वित्तीय स्वीकृतियों से संबंधित लंबित और अनुमोदित प्रस्तावों की भी विस्तृत समीक्षा की जाएगी।
अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी प्रगति रिपोर्ट, लंबित प्रस्तावों की स्थिति और आने वाले समय की कार्ययोजना के साथ पूरी तैयारी से बैठक में शामिल हों।
शिलान्यास और उद्घाटन प्रस्तावों पर मंथन
समीक्षा बैठक के दौरान आगामी शिलान्यास और उद्घाटन से संबंधित प्रस्तावों पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विस्तृत मंथन करेंगे।
माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही कई बड़ी परियोजनाओं को धरातल पर उतारने और जनता को समर्पित करने की तैयारी में है, जिसके लिए इन प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
मंत्रियों और अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति
यह बैठक प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों ही दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए मुख्यमंत्री ने सभी की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि बैठक में कोई भी प्रतिनिधि उपस्थित नहीं होगा, सभी को स्वयं मौजूद रहना होगा।
समय की पाबंदी पर सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक की गंभीरता और समय के महत्व को समझते हुए सख्त निर्देश जारी किए हैं। सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और अधिकारियों को बैठक शुरू होने के निर्धारित समय दोपहर 3:30 बजे से 15 मिनट पहले पहुंचने के लिए कहा गया है, ताकि बैठक को समय पर और व्यवस्थित तरीके से शुरू किया जा सके।
19 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र को लेकर रणनीति पर चर्चा
इस बैठक में सरकार के विधायी एजेंडा पर भी महत्वपूर्ण चर्चा होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 दिसंबर से शुरू होने वाले उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के संबंध में अपने मंत्रियों के साथ रणनीति पर विचार-विमर्श करेंगे।
सत्र के दौरान विभिन्न विभागों से संबंधित विधेयक, अध्यादेश और महत्वपूर्ण प्रस्ताव सदन में रखे जाने हैं, जिनकी तैयारी पर चर्चा होगी। सरकार सदन के अंदर विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों और हमलों का प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देगी।
मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों को सत्र के दौरान अपने विभागों से जुड़े प्रश्नों के लिए पूरी तैयारी के साथ सदन में प्रभावी उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दे सकते हैं।