शामली: पुलिस मुठभेड़ में बावरिया गैंग का सवा लाख का इनामी सरगना मिथुन ढेर!

यूपी के शामली में पुलिस और बावरिया गिरोह के सरगना मिथुन के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें सवा लाख रुपये का इनामी बदमाश मिथुन ढेर हो गया।

Updated On 2025-12-02 10:54:00 IST

मुठभेड़ के दौरान एसओजी के हेड कांस्टेबल हरविंदर भी घायल हो गए।

शामली : उत्तर प्रदेश के शामली जिले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। वेदखेड़ी-मंसूरा मार्ग पर सोमवार देर रात बावरिया गिरोह के कुख्यात सरगना मिथुन को एक मुठभेड़ में मार गिराया गया।

मिथुन पर यूपी पुलिस ने सवा लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। पुलिस को सूचना मिली थी कि यह बदमाश अपने साथी के साथ एक झोंपड़ी में शराब पार्टी कर रहा है और किसी बड़ी डकैती की योजना बना रहा है।

मुठभेड़ के दौरान मिथुन का साथी राहुल फरार हो गया, जबकि एसओजी का एक हेड कांस्टेबल घायल हुआ है।

शराब पार्टी के दौरान पुलिस ने घेरा और हुई मुठभेड़

पुलिस को इंटेलिजेंस इनपुट मिला था कि कुख्यात बावरिया गैंग के सदस्य वेदखेड़ी-मंसूरा मार्ग के पास छिपे हुए हैं। सूचना पर झिंझाना पुलिस और एसओजी की टीम ने घेराबंदी शुरू की।

पुलिस ने देखा कि बदमाश एक झोंपड़ी में बैठकर शराब पार्टी कर रहे थे और अगली वारदात की प्लानिंग कर रहे थे। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फ़ायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।

इस मुठभेड़ में बावरिया गिरोह का सरगना मिथुन गोली लगने से ढेर हो गया। वहीं, मिथुन का साथी राहुल अंधेरे का फ़ायदा उठाकर भागने में कामयाब रहा।

कुख्यात अपराधी पर 19 मुक़दमे और बड़ी बरामदगी

मारे गए बदमाश मिथुन पर शामली और बागपत पुलिस द्वारा कुल सवा लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, मिथुन पर हत्या और लूट जैसे गंभीर अपराधों के 19 मुक़दमे यूपी समेत कई राज्यों में दर्ज थे।

ये अपराधी वारदात के बाद अपना ठिकाना बदलकर पंजाब, साउथ दिल्ली, जयपुर, और तमिलनाडु तक में शरण लेता था। पुलिस ने घटनास्थल से एक कार्बाइन बंदूक, एक विदेशी पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं।

मुठभेड़ में एसओजी जवान घायल, पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे

मुठभेड़ के दौरान हुई गोलीबारी में एसओजी के हेड कांस्टेबल हरविंदर घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया है। वहीं, झिंझाना थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना की जैकेट को छूकर गोली निकल गई, जिससे उनकी जान बच गई।

पुलिस अब फ़रार हुए अपराधी राहुल की तलाश में कॉम्बिंग ऑपरेशन चला रही है। बावरिया गिरोह के इस कुख्यात सरगना के मारे जाने को शामली पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि यह गिरोह यूपी, मुज़फ़्फ़रनगर, सहारनपुर, बागपत और तमिलनाडु जैसे कई राज्यों में आतंक फैला रहा था।


Tags:    

Similar News