गलती के लिए हाथ जोड़कर माफी: आकाश आनंद के ससुर का सरेंडर! क्या पिघल जाएंगी मायावती?
बसपा से निष्कासित अशोक सिद्धार्थ ने मायावती से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। क्या माफ करेंगी बहनजी? जानें पूरी कहानी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी के भीतर का सियासी ड्रामा सामने आया है। बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के ससुर, पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ ने बसपा सुप्रीमो मायावती से माफी मांगी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखते हुए अपनी 'गलतियों' के लिए क्षमा याचना की।
आपको बता दें, कि अशोक सिद्धार्थ को इसी साल फरवरी में 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' और 'गुटबाजी' के आरोप में बसपा से निष्कासित कर दिया गया था। उस वक्त मायावती ने उन पर यह आरोप भी लगाया था कि वह पार्टी में अलग-थलग पड़ चुके नेताओं को वापस लाने की कोशिश कर रहे थे।
निष्कासन की क्या थी वजह
बसपा से अशोक सिद्धार्थ के निष्कासन का कारण उनकी कथित गुटबाजी को बताया गया था। उन पर आरोप था कि वह उन नेताओं को फिर से पार्टी में शामिल करने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें मायावती ने पहले ही बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
अशोक सिद्धार्थ की इन गतिविधियों के कारण ही आकाश आनंद का राजनीतिक करियर भी प्रभावित हुआ और मायावती ने उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक पद से हटा दिया था, मायावती का मानना था कि अशोक सिद्धार्थ, रिश्तेदारी का नाजायज फायदा उठाकर, आकाश आनंद के करियर को खराब कर रहे थे।
माफी की पोस्ट में क्या लिखा?
अपनी पोस्ट में, अशोक सिद्धार्थ ने सबसे पहले मायावती को चरण स्पर्श लिखा। उन्होंने कहा कि "जाने-अनजाने" और "गलत लोगों के बहकावे में आकर" उनसे जो भी गलतियाँ हुईं, उनके लिए वह हाथ जोड़कर माफी माँगते हैं। उन्होंने वादा किया कि वह भविष्य में ऐसी गलती कभी नहीं करेंगे और हमेशा पार्टी के अनुशासन में रहकर काम करेंगे।
उन्होंने साफ लिखा कि वह रिश्तेदारी का कोई नाजायज फायदा नहीं उठाएँगे और पार्टी से निकाले गए किसी भी नेता के लिए सिफारिश नहीं करेंगे। अंत में, उन्होंने मायावती से खुद को दोबारा पार्टी में शामिल करने का आग्रह भी किया है।
सोर्स: हरिभूमि लखनऊ ब्यूरो