कांग्रेस का गंभीर आरोप: 'आराधना मिश्रा ने कहा- मतदाता सूची में BJP का प्रायोजित खेल, 5 करोड़ हस्ताक्षर लेकर राष्ट्रपति के पास जाएंगे
यूपी कांग्रेस नेता आराधना मोना मिश्रा ने 'वोट चोरी' को लेकर चुनाव आयोग पर गैर-जिम्मेदारी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संविधान में 'SIR' का प्रावधान नहीं है।
आराधना मोना मिश्रा ने इस दौरान चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी गंभीर सवाल उठाए।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मोना मिश्रा ने प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए 'वोट चोरी' के मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रव्यापी अभियान को तेज करने की घोषणा की।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि कांग्रेस पार्टी इस विषय पर लगातार आवाज़ उठा रही है। मोना मिश्रा ने राहुल गांधी द्वारा इस विषय पर विस्तार से दिए गए डेमो और प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला दिया और कहा कि बिहार के पहले चरण के चुनाव में जो मुद्दे राहुल गांधी ने उठाए थे, वे अब प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं।
कांग्रेस का मानना है कि लोकतंत्र तब तक जीवित है, जब तक मताधिकार जनता के पास है, इसलिए इस अभियान को पूरे देश में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रयास के रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है।
SIR पर सवाल और संवैधानिक स्थिति
कांग्रेस नेता ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि "SIR नाम का कोई शब्द हमारे संविधान में नहीं है।" उन्होंने इसे भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रायोजित एक पूरा 'स्कैम' करार दिया।
मोना मिश्रा ने दावा किया कि सबसे पहले लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब किए गए हैं, जो बीजेपी द्वारा प्रायोजित और कटवाए गए हैं। इस संवैधानिक सवाल को उठाकर कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सीधा दबाव बनाने का प्रयास किया है, उनका कहना है कि तथ्य पर आधारित उनकी शिकायतें निष्पक्ष जांच की मांग करती हैं।
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल और हरियाणा का उदाहरण
आराधना मोना मिश्रा ने इस दौरान चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आयोग पूरी तरह मौन है और जब आयोग से सवाल पूछा जाता है, तो जवाब बीजेपी देती है। कांग्रेस नेता ने हरियाणा का उदाहरण देते हुए बताया कि वहा बड़े पैमाने पर डुप्लीकेट वोटर बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि एक-एक घर में कहीं 66 वोट हैं, तो कहीं 500 वोट दर्ज हैं। यदि सही गणना की जाए तो हरियाणा में करीब 19 लाख फर्जी वोट इस तरह से दर्ज हुए हैं। इसके अलावा, नकली फोटो के आधार पर वोट डालने के मामले भी सामने आए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि वोट काटने की ज़िम्मेदारी अगर इलेक्शन कमीशन की है, तो नए वोटर जोड़ने की ज़िम्मेदारी भी उसी की होनी चाहिए, क्योंकि उनकी लापरवाही की वजह से 65 लाख वोट काटे गए हैं, जिसकी जवाबदेही आयोग की है।
'वोट चोर गद्दी छोड़ो' अभियान की रणनीति
कांग्रेस पार्टी इस अभियान को एक निर्णायक चरण तक ले जा रही है। 7 अगस्त के कार्यक्रम के बाद 12 और 14 अगस्त को प्रोजेक्टर के माध्यम से इस 'वोट चोरी' के अभियान को पूरे देश में दिखाया गया। कांग्रेस ने बताया कि अब तक उन्हें 17,88,765 हस्ताक्षर प्राप्त हो चुके हैं, जिन्हें आज दिल्ली के लिए फ्लैग ऑफ कर भेजा जा रहा है।
'वोट चोर गद्दी छोड़ो' अभियान के तहत, पार्टी ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि नवंबर के अंतिम सप्ताह तक कुल 5 करोड़ हस्ताक्षर एकत्र कर महामहिम राष्ट्रपति को सौंपे जाएंगे।