यूपी में ग्लोबल डिप्लोमेसी का महासंगम: 22 देशों के राजदूत लखनऊ में तलाशेंगे निवेश की अपार संभावनाएं!

यूपी में निवेश की संभावनाए तलाशने के लिए लखनऊ में 22 देशों के 48 राजदूत जुटे हैं। यह तीन दिवसीय दौरा इन्वेस्ट यूपी के तहत आयोजित किया गया है।

Updated On 2025-10-31 12:08:00 IST

प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार 22 देशों के कुल 48 राजदूत और राजनयिक प्रतिनिधि पहुंच रहें हैं।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार से लेकर रविवार तक एक कूटनीतिक और व्यावसायिक समागम देखने को मिलेगा। प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार है जब 22 देशों के कुल 48 राजदूतों और राजनयिक प्रतिनिधियों का इतना बड़ा समूह एक साथ निवेश की संभावनाओं को तलाशने के लिए यहां इकट्ठा हुआ है।

इस तीन दिवसीय दौरे का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की संभावनाओं को समझना और वैश्विक निवेशकों के लिए प्रदेश के दरवाज़े खोलना है। राज्य सरकार ने अपनी औद्योगिक नीतियों और ब्रांडिंग के प्रदर्शन के लिए 'इन्वेस्ट यूपी' को इस पूरे आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रतिनिधिमंडल राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीतियों और विशेष रूप से तैयार की गई एफडीआई नीति की बारीकियों को समझेंगे, जिससे वे अपने देशों के व्यवसायों को यूपी में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर सकें।

युवा कौशल और तकनीकी दक्षता परखेंगे विदेशी मेहमान

विदेशी राजनयिकों के इस दौरे को केवल सांस्कृतिक भ्रमण तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि प्रदेश की आधुनिक क्षमता और युवा शक्ति का प्रदर्शन भी इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में स्थित प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों और तकनीकी केंद्रों का दौरा करेगा। इनमें प्रमुख रूप से आईआईएम लखनऊ और एचसीएल सिटी शामिल हैं। इन दौरों के माध्यम से राजदूत यहां के युवा कौशल, प्रबंधन की क्षमताओं और उन्नत तकनीक के माहौल को करीब से परखेंगे।

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय का भ्रमण भी कार्यक्रम में शामिल है, जहा वे उत्तर प्रदेश में इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा के स्तर का जायजा लेंगे। राज्य सरकार इन राजनयिकों को यह विश्वास दिलाना चाहती है कि उत्तर प्रदेश में न केवल पर्याप्त ज़मीन और संसाधन हैं, बल्कि एक कुशल, प्रशिक्षित और तकनीकी रूप से सक्षम कार्यबल भी मौजूद है, जो वैश्विक मानकों पर खरा उतर सकता है। यह कदम प्रदेश की अर्थव्यवस्था के भविष्य को तकनीकी और प्रबंधन के क्षेत्र में मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।

राजदूत देखेंगे चिकनकारी और ओडीओपी

निवेश और तकनीकी चर्चाओं के साथ-साथ, उत्तर प्रदेश ने अपने समृद्ध इतिहास और संस्कृति की झलक दिखाने की भी पूरी तैयारी की है। राजनयिकों का यह समूह अवध की गौरवशाली विरासत से रूबरू होगा। उन्हें लखनऊ के ऐतिहासिक स्थल जैसे बड़ा इमामबाड़ा और रूमी दरवाज़ा दिखाए जाएंगे। यह न केवल वास्तुकला की सुंदरता का अनुभव कराएगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि कैसे प्रदेश अपनी ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण कर रहा है।

संस्कृति के इस प्रदर्शन में लखनऊ की प्रसिद्ध चिकनकारी कला को देखना और अवधी भोजन के विशिष्ट स्वाद का अनुभव करना भी शामिल है। इसके अतिरिक्त, मेहमान ओडीओपी (ODOP - One District One Product) शिल्पग्राम का दौरा करेंगे। ओडीओपी के हुनर और हस्तकला को देखकर वे यह समझेंगे कि उत्तर प्रदेश में स्थानीय कौशल को कैसे बढ़ावा दिया जा रहा है और कैसे ये उत्पाद वैश्विक बाज़ार में पहचान बना सकते हैं। 

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