Rajasthan Weather Alert: वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के बाद कोहरे का कहर, 50 मीटर से कम विजिबिलिटी; तापमान भी गिरा

राजस्थान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म होते ही मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। बादल छंटने के साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छा गया है।

Updated On 2025-12-16 09:09:00 IST

Rajasthan Weather

राजस्थान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म होते ही मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। बादल छंटने के साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छा गया है। खासतौर पर पाकिस्तान सीमा और बॉर्डर से सटे जिलों में कोहरे का प्रभाव सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है।

मंगलवार सुबह बीकानेर शहर में हालात बेहद गंभीर रहे। यहां विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई, जिससे सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। इससे पहले सोमवार को भी राज्य के 6 से अधिक जिलों में घना कोहरा छाया रहा, जिसके कारण सुबह और देर रात सफर करना जोखिम भरा हो गया।

हल्की सर्द हवाओं के चलते न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले एक-दो दिन तापमान सामान्य बना रह सकता है, लेकिन घना कोहरा लोगों की परेशानी बढ़ा सकता है।

पिछले 24 घंटों में जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, अलवर, भरतपुर और करौली समेत कई इलाकों में कोहरे का असर रहा। इन जिलों में दृश्यता कम होने से हाइवे और शहरों में ट्रैफिक प्रभावित हुआ।

वहीं, शेखावाटी क्षेत्र में चली सर्द हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को सीकर का फतेहपुर प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। नागौर में 5.9, लूणकरणसर में 6, दौसा में 6.5 और बारां में 7.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ।

दिन के तापमान की बात करें तो सोमवार को बाड़मेर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जोधपुर में 29.8, जालौर में 29.5, नागौर में 28.8 और दौसा में 28.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, आज भी उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में कोहरे का असर बना रहेगा। खासतौर पर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और पाकिस्तान सीमा से सटे इलाकों में घना कोहरा छाने की संभावना है। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर से जुड़े राजस्थान के हिस्सों में भी कोहरे का प्रभाव देखा जा सकता है। मौसम विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह और रात के समय सावधानी बरतने, धीमी गति से वाहन चलाने और जरूरत न हो तो यात्रा टालने की सलाह दी है।

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