राजस्थान में 8000 स्लीपर बसें बंद: शादी सीजन से पहले बस ऑपरेटर की हड़ताल, 3 लाख यात्री फंसे

प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने जैसलमेर बस हादसे के बाद परिवहन विभाग द्वारा की जा रही सख्त कार्रवाई के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है।

Updated On 2025-11-01 12:51:00 IST

राजस्थान में मांगलिक कार्यक्रमों और शादी-ब्याह के सीजन की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। राज्यभर की लगभग 8000 स्लीपर बसों का संचालन बंद हो गया है। प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने जैसलमेर बस हादसे के बाद परिवहन विभाग द्वारा की जा रही सख्त कार्रवाई के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है।

इस बंद से करीब 3 लाख यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को करीब 7000 बसों का संचालन रुका था, लेकिन जयपुर से कुछ बसें चल रही थीं। शनिवार से जयपुर रूट की बसें भी पूरी तरह ठप हो गईं। ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।

बस चालान और सीज कार्रवाई से बढ़ा विवाद

जैसलमेर और मनोहरपुर में हुए हादसों के बाद परिवहन विभाग ने अवैध संचालन और बस बॉडी डिजाइन को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। कई बसों पर चालान काटे जा रहे हैं और अवैध रूप से संशोधित बॉडी वाली बसों को सीज भी किया गया है।

अखिल राजस्थान कांटेक्ट कैरिज बस एसोसिएशन का कहना है कि “परिवहन विभाग के अधिकारी बिना स्पष्ट दिशा-निर्देश के कार्रवाई कर रहे हैं। अगर बसों की डिज़ाइन में सुधार चाहिए तो सरकार को पहले वैकल्पिक व्यवस्था देनी चाहिए, न कि तुरंत संचालन रोक देना चाहिए।”

हालांकि, एसोसिएशन के भीतर हड़ताल को लेकर मतभेद भी उभर कर सामने आए हैं, कुछ ऑपरेटर्स ने कहा है कि इस समय बसें बंद करने से यात्रियों और आम जनता को भारी नुकसान होगा।

यात्रियों को भारी परेशानी

शादी सीजन की शुरुआत के कारण जयपुर, जोधपुर, कोटा, बीकानेर और उदयपुर जैसे शहरों से रोज़ाना हजारों यात्री सफर करते हैं। बसें बंद होने से लोग स्टैंड्स पर फंसे हुए हैं, जबकि कई यात्रियों को अंतिम समय में ट्रेनों और टैक्सियों का सहारा लेना पड़ रहा है। कई ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल्स ने भी अस्थायी रूप से बुकिंग बंद कर दी है।

आगे क्या?

परिवहन विभाग का कहना है कि सुरक्षा मानकों से समझौता नहीं किया जाएगा। वहीं, ऑपरेटर्स का कहना है कि अगर विभाग ने स्पष्ट गाइडलाइन जारी नहीं की, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

फिलहाल राज्य में बस संचालन ठप है और आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उम्मीद है कि सरकार और ऑपरेटरों के बीच जल्द कोई समाधान निकल आए, ताकि यात्री राहत की सांस ले सकें।

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