भरतपुर: SUV से मोती महल का गेट तोड़कर रियासतकालीन झंडा लगाने की कोशिश, आरोपी फरार
भरतपुर में मोती महल के गेट को SUV से तोड़कर तीन युवकों ने रियासतकालीन झंडा लगाने की कोशिश की। पुलिस ने एक आरोपी की पहचान की है।
Rajasthan: भरतपुर के ऐतिहासिक मोती महल परिसर में रविवार देर रात एक बड़ी घटना सामने आई। एक SUV कार सवार तीन युवकों ने महल के पिछले गेट को गाड़ी से टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया और अंदर घुसकर रियासतकालीन झंडा लगाने का प्रयास किया। यह घटना तब हुई जब पुलिस बल क्षेत्र से हट चुका था।
मनुदेव की पहचान, दो अन्य की तलाश जारी
पुलिस के अनुसार, कार में सवार युवक डीग जिले के सिनसिनी गांव के निवासी थे। उनमें से एक की पहचान मनुदेव के रूप में हुई है, जिसे सीसीटीवी और वीडियो फुटेज के आधार पर पहचाना गया है। उसके दो अन्य साथियों की शिनाख्त फिलहाल जारी है। मोती महल पर तैनात गार्डों ने जैसे ही स्थिति को देखा, आरोपी मौके से भाग निकले, जबकि SUV मौके पर ही छोड़ दी गई।
पुलिस तैनाती के बावजूद घटना
एडिशनल एसपी सतीश कुमार ने जानकारी दी कि रविवार को पूरे दिन और शाम 8:30 बजे तक शहर और मोती महल के आसपास भारी पुलिस बल तैनात था। शहर में रियासतकालीन झंडा लगाने को लेकर पहले ही तनाव की स्थिति बनी हुई थी। इसी कारण चार जिलों की पुलिस, एक STF यूनिट, RAC की कई टुकड़ियां और उच्च अधिकारी मौके पर तैनात थे।
सोशल मीडिया पर किया लाइव प्रसारण
पूर्व राजपरिवार के सदस्य अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि आरोपी मनुदेव ने इस पूरे घटनाक्रम का लाइव प्रसारण अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर किया। उन्होंने तड़के मथुरा गेट थाने पहुंचकर मनुदेव समेत तीन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने यह भी कहा कि घटना स्थल मोती महल से लगभग 500 मीटर दूर है और इससे रियासतकालीन धरोहरों को नुकसान हो सकता था।
गांव में पंचायत, पुलिस तलाश में जुटी
सूत्रों के अनुसार, मनुदेव के गांव सिनसिनी में घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग जुटे हुए हैं और एक पंचायत चल रही है। वहीं पुलिस आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी व्यवस्था भंग करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।