दाल सुंघाई और थप्पड़ जड़े: मुंबई में शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने खोया आपा, कैंटीन कर्मचारी को पीटा; देखें Video
मुंबई में मंगलवार रात (8 जुलाई) को शिवसेना (शिंदे) के विधायक संजय गायकवाड़ ने कैंटीन कर्मचारी की पिटाई कर दी। वीडियो वायरल होने पर विपक्ष ने इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया।
By : सोनेलाल कुशवाहा
Updated On 2025-07-09 19:57:00 IST
Sanjay Gaikwad Video: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मंगलवार (8 जुलाई 2025) को शिवसेना (शिंदे गुट) विधायक संजय गायकवाड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे कैंटीन कर्मचारी की लात घूसों से पिटाई करते दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर आपत्ति जताई है। वहीं कांग्रेस नेता नाना पटोले ने सत्ता का दुरुपयोग बताया है।
कैंटीन कर्मचारी से मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, मुझे इस घटना पर कोई पछतावा नहीं है। मैं कई दिनों से कैंटीन कर्मचारी को समझा रहा था कि अच्छा खाना दिया करो, लेकिन वहीं नहीं सुधरा।
क्या है मामला?
- घटना मुंबई के आकाशवाणी एमएलए हॉस्टल की है। विधायक संजय गायकवाड़ जहां ठहरे हुए थे। सोमवार रात खाना ऑर्डर किया, लेकिन जब तक उनके पास खाना पहुंचा दाल से दुर्गंध आने लगी थी। विधायक का दावा है कि कैंटीन में खराब खाने की शिकायत पहले भी मिली हैं।
- खराब खाने से विधायक इस कदर भड़क गए कि सीधे कैंटीन पहुंचे और दाल का पैकेट सुंघाते हुए कैंटीन संचालक को थप्पड़ जड़ दिया। फिर घूंसे भी मारे। वीडियो में विधायक बनियान और तौलिया पहने दिख रहे हैं।
विधायक बोले- मैं योद्धा भी हूं
- विधायक संजय गायकवाड़ ने विवाद पर सफाई दी है। कहा, मैं इस कैंटीन में 30 साल से खाना खा रहा हूं। कई बार शिकायत भी की है। 15 दिन पुराने अंडे और 4 दिन पुरानी सब्ज़ी और खराब नॉन-वेज परोसा जाता है। लोग नहीं समझते तो हमें अपने अंदाज में समझाना पड़ता है।
- विधायक ने कहा, मैंने जाति-प्रांत देखकर नहीं मारा, बल्कि खराब खाने की वजह से गुस्सा आया। मैं विधायक भी हूं और योद्धा भी। आगे भी खराब खाना मिला तो फिर पिटाई करूंगा।
कांग्रेस ने कसा तंज, CM ने बोले जांच हो
- कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा, सत्ता के नशे में चूर विधायक अब आम आदमी को भी मारने लगे हैं। मजदूर को मारना किसी भी हाल में जायज नहीं है।
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर आत्ति जताई है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद सभापति से जांच कराने के निर्देश दिए हैं। कहा, ऐसी घटनाओं से छवि धूमिल होती है। जनता में गलत संदेश जाता है।