Sculptor Ram Sutar: कौन हैं मूर्तिकार राम सुतार? जिन्हें सम्मानित करने नोएडा आई महाराष्ट्र सरकार
Sculptor Ram Sutar: शुक्रवार को मूर्तिकार राम सुतार को सम्मानित करने के लिए महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस और दोनों डिप्टी सीएम नोएडा आए। जानिए कौन हैं मूर्तिकार राम सुतार?
मूर्तिकार राम सुतार
Sculptor Ram Sutar: शुक्रवार को नोएडा में पूरी महाराष्ट्र सरकार आगमन हुआ। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और वित्त मंत्री अजीत पवार तीनों एक साथ नोएडा आए। वे न तो किसी जनसभा को संबोधित करने आए थे और न ही किसी कार्यक्रम में शामिल होने, बल्कि वे सभी एक कलाकार की कला को सम्मानित करने आए थे। उस महान कलाकार का नाम है मूर्तिकार राम-सुतार, जिनके नोएडा स्थित आवास पर यह तीनों राजनेता पहुंचे थे। इस दौरान महाराष्ट्र की सीएम ने मूर्तिकार राम-सुतार को 'महाराष्ट्र भूषण 2024' से सम्मानित किया।
100 साल के हैं राम सुतार
बुजुर्ग राम-सुतार अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते परेशान चल रहे हैं। वर्तमान में उनकी उम्र 100 साल है। बीमारी के चलते वह मुंबई में आयोजित हुए सम्मान समारोह में नहीं पहुंच सके थे। इस वजह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और संस्कृति मंत्री आशीष शेलार खुद मूर्तिकार के घर पहुंचे और उन्हें राज्य का सबसे बड़ा सम्मान दिया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 20 मार्च को विधानसभा में घोषणा की थी कि मूर्तिकार राम सुतार को राज्य का सबसे बड़ा सम्मान महाराष्ट्र भूषण दिया जाएगा। इसके तहत विजेता को 25 लाख रुपये और एक स्मृति चिन्ह दिया जाएगा। सीएम फडणवीस ने कहा कि मूर्तिकार राम सुतार ने अपनी कला से पूरी दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। इस दौरान गौतमबुद्ध नगर के सांसद महेश शर्मा भी साथ रहे।
महाराष्ट्र के मूलनिवासी
मूर्तिकार के बेटे अनिल सुतार ने कहा कि घर आकर पिता को इस तरह से सम्मानित करने के लिए मैं महाराष्ट्र सरकार का आभारी हूं। इसके लिए उनका धन्यवाद करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि उनके पिता मूर्तिकार राम सुतार ने इसी साल फरवरी में अपने जीवन के 100 साल पूरे किए हैं। मूर्तिकार राम-सुतार का जन्म 19 फरवरी 1925 को महाराष्ट्र के गोंडूर गांव में एक गरीब परिवार में हुआ था। उन्होंने अपना स्टूडियो नोएडा में बनाया और साल 1990 से यहां रह रहे हैं।
उपलब्धियां
राम-सुतार को साल 2018 में पद्म भूषण, 1999 में पद्मश्री और साल 2018 में टैगोर पुरस्कार मिला था। इन्होंने कई ऐतिहासिक मूर्तियों और स्मारकों का निर्माण किया है। गुजरात में स्थिति में सरदार पटेल की प्रतिमा को भी राम सुतार ने ही बनाया है। इसकी ऊंचाई 182 मीटर है। इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का नाम दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने 350 से भी ज्यादा महात्मा गांधी मूर्तियों का निर्माण किया है। साथ ही अजंता-एलोरा की गुफाओं में कई प्राचीन मूर्तियों के जीर्णोद्धार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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