आरक्षण का रास्ता साफ: महाराष्ट्र में माराठा समाज को मिला 'कुनबी' जाति का दर्जा; मनोज जरांगे हुए भावुक
महाराष्ट्र में मराठा समाज को 'कुनबी' जाति का मिला दर्जा। ओबीसी आरक्षण का रास्ता साफ। जानें मनोज जरांगे के संघर्ष और इस फैसले का महत्व।
मराठा आरक्षण: मुंबई के आजाद मैदान में मनोज जरांगे का अनशन समाप्त कराते।
Maratha Reservation Latest Updae: महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने मराठा आरक्षण पर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने 'हैदराबाद गजट' जारी कर मराठा समुदाय को 'कुनबी' जाति का दर्जा दिया। इसके साथ ही मराठा आरक्षण का रास्ता साफ हो गया। कुनबी जाति पहले से अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में शामिल है।
महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट उप-समिति ने मराठा समुदाय के लोगों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र जारी करने सहित उनकी अधिकांश माँगें मान ली है। मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल के नेतृत्व वाली उप-समिति की बैठक के बाद जारंगे ने कहा, हम जीत गए हैं। प्रतिनिधिमंडल में मंत्री शिवेंद्रसिंह भोसले, उदय सामंत और माणिकराव कोकाटे भी शामिल थे।
मनोज जरांगे का निर्णायक आंदोलन
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को यह जीत मनोज जरांगे के लंबे संघर्ष के बाद मिली है। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई बड़े आंदोलन किए। 2021 में पिंपलगांव में 90 दिनों का आंदोलन हो या फिर 2023 में जालना में हुआ विशाल आंदोलन, जरांगे ने अपनी मांग को लेकर कभी हार नहीं मानी।
पुलिस कार्रवाई के बाद उनका आंदोलन पूरे महाराष्ट्र में चर्चा का विषय बन गया था। 2023 से 2025 के बीच उन्होंने मराठवाड़ा और मुंबई में सात बार आमरण अनशन किया।
मनोज जरांगे का अनशन समाप्त
गजट जारी होने से पहले जरांगे ने कुछ शर्तें रखी थीं। इनमें कुनबी दर्जे की मांग प्रमुख थी। सरकार से जीआर जारी होने के बाद उन्होंने अपना अनशन समाप्त कर दिया है। कोर्ट ने भी उन्हें मुंबई का आजाद मैदान खाली करने की सख्त चेतावनी दी थी।
मनोज जरांगे की अन्य प्रमुख मांगें
मराठा आरक्षण के अलावा मनोज जरांगे ने सरकार के समक्ष कुछ अन्य महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं। इनमें मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान जिन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, उन्हें तुरंत वापस लिया जाए। पुलिसकर्मियों पर सख्त एक्शन हो। साथ ही आंदोलनकारियों के खिलाफ दमनकारी कार्रवाई बंद हो।
महाराष्ट्र में आरक्षण की वर्तमान स्थिति
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): 19%
- अनुसूचित जाति (SC/SC-Buddhist): 13%
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 10%
- सामाजिक/शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग (SEBC): 10%
- अनुसूचित जनजाति (ST): 7%
- घुमंतू जनजाति 2 (NT-C): 3.5%
- विमुक्त जाति (VJNT-A): 3%
- घुमंतू जनजाति 3 (NT-D): 2%
मराठा समाज को कैसे मिलेगा आरक्षण?
मराठा समाज को चूंकि, कुनबी जाति का दर्जा मिला है। लिहाजा, उन्हें भी ओबीसी रिजर्वेशन का लाभ मिलेगा। अभी उनके लिए अलग रिजर्वेशन की घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, आंदोलनकारी 10% अलग रिजर्वेशन की मांग कर रहे हैं। अब तक उन्हें महाराष्ट्र की सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन का लाभ नहीं मिलता था।