उज्जैन: CM मोहन यादव के बेटे की शादी की रस्में शुरू, पहले दिन 'माता पूजन' कार्यक्रम; 30 नवंबर को होगा विवाह
उज्जैन में सीएम डॉ. मोहन यादव के बेटे डॉ. अभिमन्यु की शादी की रस्में शुरू। 30 नवंबर को सांवरा खेड़ी में सामूहिक विवाह सम्मेलन में होगा मुख्य समारोह।
Mohan Yadav Son Abhimanyu Yadav wedding
Mohan Yadav Son Wedding: उज्जैन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के छोटे बेटे डॉ. अभिमन्यु यादव की शादी की रस्में शुरू हो गई हैं और पूरा शहर इस खुशी के माहौल में डूबा हुआ है। 28 नवंबर 2025, शुक्रवार को विवाह समारोहों की शुरुआत गीता कॉलोनी स्थित मुख्यमंत्री निवास पर हुई, जहां 'माता पूजन' का आयोजन किया गया।
पहले दिन के समारोह में सीएम की पत्नी, बड़े बेटे वैभव यादव, बेटी डॉ. आकांक्षा, बड़े भाई नारायण यादव और बहन कलावती यादव शामिल हुए। रिश्तेदारों के साथ-साथ भाजपा नेता और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पहुंचे और बैंड-बाजे, ढोल-नगाड़ों और डीजे की थाप पर जमकर नाचे।
शुरुआत में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरकारी कार्यक्रमों के कारण उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन दोपहर बाद उज्जैन पहुंचकर उन्होंने सभी रस्मों में हिस्सा लिया। परिवार की खुशी साफ झलक रही थी।
बेटी डॉ. आकांक्षा यादव ने कहा कि भाई की शादी से पूरे घर में उत्साह का माहौल है। वहीं बहन कलावती यादव बाबा महाकाल की कृपा का आशीर्वाद बताते हुए भावुक नजर आईं।
इस शादी की सबसे खास बात यह है कि मुख्य विवाह समारोह 30 नवंबर 2025 को सांवरा खेड़ी में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में होगा। इस सामूहिक विवाह में कुल 22 जोड़े एक साथ पवित्र बंधन में बंधेंगे, जिनमें सीएम के पुत्र डॉ. अभिमन्यु और बहू डॉ. ईशिता भी शामिल रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने बेटे की शादी को भव्यता से जोड़ने के बजाय सामाजिक सरोकार से जोड़ते हुए इसे सामूहिक विवाह में कराने का फैसला किया है, जिसकी चारों तरफ सराहना हो रही है।
शादी का निमंत्रण पत्र भी बेहद सादगीपूर्ण और प्रेरणादायक है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि उपहार की अपेक्षा नहीं है, केवल आशीर्वाद ही नवजोड़े के लिए सबसे बड़ा उपहार है। पत्र में बताया गया है कि 21 अन्य जोड़ों के साथ अभिमन्यु और ईशिता भी सप्तपदी लेकर गृहस्थ जीवन की शुरुआत करेंगे।
समारोह की यह सादगी, सामाजिक समरसता और लोकोपयोगी सोच मुख्यमंत्री मोहन यादव की छवि को और मजबूत करती है। उज्जैन में अब सभी की नजर 30 नवंबर पर है, जब महाकाल की नगरी में 22 नवयुगल एक साथ अपने नए जीवन की शुरुआत करेंगे।