सेहत से खिलवाड़: MP के सरकारी अस्पतालों में मिलीं आमनक दवाएं, उपयोग पर लगाया प्रतिबंध 

मध्यप्रदेश की सरकारी अस्पतालों में गुणवत्ताहीन दवाओं की सप्लाई घातक साबित हो सकती है। पिछले 15 दिन में तीसरी बार अमानक दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगानी पड़ी है।

Updated On 2024-08-30 13:18:00 IST
MP के सरकारी अस्पतालों में मिलीं आमनक दवाएं।

MP Government Hospital Fake Medicines: मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में उपचार कराने से पहले सतर्क हो जाएं। यहां मुफ्त मिलने वाली दवाएं आपकी सेहत बिगाड़ सकती हैं। निजी कंपनियां चंद फायदे के लिए आमनक दवाएं सप्लाई कर रही हैं। गुरुवार को ORS, ग्लूकोज और कैल्सियम विटामिन की टैबलैट सहित कुछ दवाओं का उपयोग प्रतिबंधित की गई हैं। लैब टेस्टिंग में इनके सैम्पल फेल हो गए थे।

घातक साबित होंगी आमनक दवाएं 
मध्यप्रदेश सरकारी अस्पतालों में गुणवत्ताहीन दवाओं की सप्लाई कोई नई बात नहीं है। पहले भी इस तरह के कई लॉट सामने आ चुके हैं। पिछले 15 दिन में ही तीन बार अमानक दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। यह आमनक दवाएं मरीजों के लिए घातक साबित हो सकती हैं।  

इन दवाओं के सैम्पल अमानक 
सरकारी अस्पतालों में मिलने वाला ORS पाउडर भी खराब है। बैच नंम्बर LMT240628, No. LMT240629 की Calcium with vitamin D3 टैबलेट भी अमानक पाई गई है। Batch No. Z-40947 की ORS WHO Powder Glucose भी अमानक घोषित किया है। अमानक दवाओं के लॉट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया है। 

CMHO ने कराई लैब टेस्टिंग 
बैतूल, देवास और धार जिले के CMHO ने दवाओं की लैब टेस्टिंग कराई है। जिसमें यह दवाएं अमानक मिली हैं। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में इन दवाओं का इस्तेमाल प्रतिबंधित कर दिया गया है। 

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जीवनरक्षक इंजेक्शन भी अमानक मिले 
9 अगस्त को जीवन रक्षक इंजेक्शन समेत 9 दवाओं के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया था। मध्यप्रदेश पब्लिक हेल्थ कॉर्पोरेशन ने सभी जिलों के डीन, सीएमएचओ और अस्पताल अधीक्षकों को पत्र लिखकर प्रतिबंध दवाएं उपायोग न करने के निर्देश दिए हैं। 
 

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