Cyber ​​Fraud: BSF इंस्पेक्टर को 32 दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, 34 बार में ₹71.25 लाख जबरन करवाए ट्रांसफर

Cyber crime News: MP के ग्वालियर में साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जालसाजों ने BSF के इंस्पेक्टर को 32 दिन डिजिटल अरेस्ट रखकर 71.25 लाख ठग लिए।

Updated On 2025-01-07 12:49:00 IST
Karnataka Cyber ​​​​Fraud

Cyber ​​Fraud: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर जालसाजों ने BSF के इंस्पेक्टर को 32 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। बदमाशों ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने का झांसा देकर इंस्पेक्टर से 71.25 लाख रुपए ठग लिए। धोखाधड़ी का पता चलते ही BSF जवान ने ग्वालियर एसपी से मिलकर आपबीती सुनाई। पुलिस ने सोमवार (6 जनवरी) को मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

जानिए पूरा मामला 
जानकारी के मुताबिक, फतेहपुर (UP) निवासी अबसार अहमद के मोबाइल पर 2 दिसंबर को वॉट्सऐप कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को मुंबई साइबर और क्राइम ब्रांच का अफसर बताया। जालसाज ने कहा कि आपके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी वारंट है। आपके इस नंबर पर कई केस चल रहे हैं। कई जगह आपके मोबाइल का गलत उपयोग हुआ है। 

इसे भी पढ़ें: MP में साइबर ठगों का 'इमोशनल अत्याचार': सावधान हो जाएं, खातों को बचाएं; पढ़ें चौंकाने वाले मामले

'पूरे परिवार को अरेस्ट का आदेश'
मुंबई क्राइम ब्रांच अफसर बनकर बोल रहे ठग ने यह भी कहा कि आपके साथ ही पूरे परिवार को अरेस्ट करने के कोर्ट के आदेश हैं। BSF इंस्पेक्टर अहमद ने कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है। ठग ने तुरंत कहा कि आपका फोन टेप हो रहा है। अगर किसी को इस बारे में बताया तो आपके बच्चों ओर परिवार के लोगों को अरेस्ट कर लिया जाएगा।

सबसे पहले मांगे 15 लाख 
BSF इंस्पेक्टर ग्वालियर में अकेले रहते हैं। ठगों की बातें सुनकर इसलिए डर गए। फोन करने वालों की बात मानते चले गए। ठग कहा कि आपके एक-एक पैसे की जांच होगी। यदि आप गलत नहीं हो तो केस क्लोज होते ही पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। ठग ने सबसे पहले 15 लाख रुपए की मांग की। डरे-सहमे BSF इंस्पेक्टर ठगों की बातों में फंसते चले गए।

इसे भी पढ़ें:  मंत्री कृष्णा गौर के बेटे से साइबर फ्रॉड: लेबर सप्लाई के ठेके का दिया झांसा, खातों में ट्रांसफर करवाए ₹3.19 लाख

34 ट्रांजैक्शन में 71.25 लाख किए ट्रांसफर 
बदमाशों ने इंस्पेक्टर को 2 दिसंबर 2024 की सुबह 11.29 बजे से 2 जनवरी 2025 की सुबह 10 बजे तक डिजिटल अरेस्ट रहा। 32 दिन में ठगों ने 34 ट्रांजैक्शन में 71.25 लाख रुपए खातों में ट्रांसफर कर दिए। 2 जनवरी को BSF इंस्पेक्टर को उनके साथ हो रही धोखाधड़ी का पता चला। इंस्पेक्टर  ने तत्काल हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत। इसके बाद पुलिस को अपनी पीड़ा बताई। पुलिस ने सोमवार रात को मामला दर्ज कर लिया है। 

Similar News